उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट का निधन हो गया है। सोमवार को दिल्ली के एम्स में 89 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली। आनंद सिंह बिष्ट का निधन ऐसे वक्त में हुआ जब उनका बेटा यानि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 23 करोड़ जनता के लिए कोरोना जैसी खतरनाक बीमारी से जंग लड़ रहे हैं। राजधर्म को सर्वोपरि मानते हुए वह पिता के अंतिम संस्कार में शामिल भी नहीं हो सके।
बता दें कि 1992 में योगी आदित्यनाथ अपने घर से गोरखपुर आ गए थे और उसके बाद उन्होंने संन्यास ले लिया और पारिवारिक मोह को त्याग दिया। 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ बिजनौर के एक कार्यक्रम में गए थे जहां उनकी मुलाकात पिता आनंद सिंह बिष्ट से हुई थी। पिता और पुत्र जब एक दूसरे से मिले तो दोनों का गला रुंध गया।
पिता और पुत्र जब एक दूसरे के सामने आए तो दोनों की ही आंखें भर आईं। दोनों कुछ बोल नहीं पाए। बस कुछ पल के लिए एक दूसरे को देखते रहे। यहां किसान चीनी सहकारी मिल द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे थे। इस कार्यक्रम की सूचना पाकर बेटे को देखने की चाहत में उनके पिता भी चले आए। योगी आदित्यनाथ ने शॉल ओढ़ाकर पिता का स्वागत किया था। उसके बाद पूरे परिवार का कुशलक्षेम पूछकर लखनऊ आने का निमंत्रण भी दिया था।
ऋषिकेश में हुआ अंतिम संस्कार
योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट का मंगलवार सुबह उत्तराखंड के ऋषिकेश के फूलचट्टी में गंगा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। उनके बड़े बेटे मानवेंद्र सिंह बिष्ट ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी। योगी आदित्यनाथ की अपील के अनुसार, पिता का अंतिम संस्कार लॉकडाउन का पालन करते हुए बेहद सादगी से हुआ। केंद्रीय भाजपा से दो नेता और यूपी भाजपा से भी दो नेता अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
फॉरेस्ट रेंजर थे पिता
योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट फॉरेस्ट रेंजर थे, साथ ही किसानी करते थे। बेटे के पांच बार सांसद और यूपी के सीएम बनने के बाद भी वह साधारण सा जीवन जीते थे। योगी आदित्यनाथ की मां सावित्री देवी गृहिणी हैं। उनके तीन भाई मानेंद्र सिंह, शैलेंद्र मोहन और महेंद्र सिंह हैं, जबकि तीन बहनें पुष्पा देवी, कौशल्या और शशि देवी।