- रविवार को चमोली के रैणी गांव के पास नदी में एकाएक पानी आने एनटीपीसी का प्लांट तबाह हो गया
- हादसे के तीसरे दिन बड़ी सुरंग में फंसे लोगों को बचाने की कवायद जारी
- छोटी सुरंग में फंसे लोगों का इलाज आईटीबीपी के अस्पताल में जारी
नई दिल्ली। दिन- रविवार जगह उत्तराखंड के चमोली जिले के रैणी गांव के आसपास का इलाका। सूरज की धूप खिली थी, सबकुछ सामान्य था। लेकिन तबाही वाले ग्लेशियर ने दस्तक दी और सबकुछ बर्बाद हो गया। ऋषि गंगा पावर प्लांट पूरी तरह से बह गया और तपोवन एनटीपीसी प्लांट भी तबाह हो चुका है। इस प्लांट के दो सुरंगों में करीब 12 और 35 लोग फंस गए। छोटी सुरंग में फंसे सभी 12 लोगों को बचा लिया गया। लेकिन बड़ी सुरंग में फंसे 35 लोगों को बचाने की कवायद जारी है।
बड़ी सुरंग में बचाव काम
उत्तराखंड के डीजीपी का अशोक कुमार का कहना है कि सुरंग में से मलबे को हटाने का काम दोपहर तक पूरा कर लिया जाएगा। यहां पर हम बड़ी सुरंग में फंसे लोगों के बचाने वाले वीडियो को साझा कर रहे हैं। इस वीडियो से आप समझ सकते हैं कि आईटीबीपी के जवान किस मुश्किल हालात में फंसे लोगों की सही सलामत निकालने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
आईटीबीपी के अस्पताल का दौरा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चमोली के जोशीमठ में आईटीबीपी अस्पताल का दौरा किया, जहां घायल लोग भर्ती हैं।12 लोग जिन्हें सुरंग (7 फरवरी को) से बचाया गया था, वे यहां भर्ती हैं। उन्होंने शरीर में दर्द की शिकायत की है क्योंकि वे पानी और मलबे के डर से 3-4 घंटे के लिए लोहे की पट्टी पर लटके हुए थे। डॉक्टरों ने कहा कि वे जल्द ठीक हो जाएंगे: