- 1914 में आज ही के दिन ब्रिटेन, फ्रांस, बेल्जियम और रूस के बीच लंदन समझौता
- 1698 में इंग्लैंड में एक प्रतिद्वंद्वी ईस्ट इंडिया कंपनी खोली गई
- 1991 में आज ही के दिन नेल्सन मंडेला अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गये
नई दिल्ली: भारत के इतिहास में पांच सितंबर की तारीख का एक खास महत्व है। दरअसल यह देश के द्वितीय राष्ट्रपति डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन है और उन्हीं के सम्मान में इस दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। 5 सितम्बर 1888 को तमिलनाडु में जन्मे डा. राधाकृष्णन को भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद्, महान दार्शनिक और एक आस्थावान हिन्दू विचारक के तौर पर जाना जाता है।
पूरे देश को अपनी विद्वता से अभिभूत करने वाले डा. राधाकृष्णन को भारत सरकार ने सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से अलंकृत किया था। देश दुनिया के इतिहास में पांच सितंबर की तारीख में दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
1612 : ब्रिटिश सरकार के तहत चार जंगी जहाजों के साथ ईस्ट इंडिया कंपनी के पहले जहाजी बेड़े की स्थापना।
1698 : इंग्लैंड में एक प्रतिद्वंद्वी ईस्ट इंडिया कंपनी खोली गई।
1763 : मीर कासिम को राजमहल के निकट उदयनाला में ब्रिटिश फौजों के खिलाफ युद्ध में हार स्वीकार करनी पड़ी।
1888 : सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म। 1962 में इस दिन को भारत में शिक्षक दिवस के तौर पर मनाने का ऐलान किया गया।
1914 : ब्रिटेन, फ्रांस, बेल्जियम और रूस के बीच लंदन समझौता।
1972 : म्यूनिख ओलंपिक के दौरान फलस्तीनी समूह ब्लैक सितम्बर ने 11 इजरायली एथलीटों को बंधक बना लिया और बाद में उनकी हत्या कर दी।
1986: आतंकवादियों द्वारा अपह्रत भारतीय विमान के मुसाफिरों को बचाने के लिए विमान परिचारिका नीरजा भनोट ने अपनी जान दी।
1991 : नेल्सन मंडेला अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गये।
2002 : अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई घातक हमले में बाल बाल बचे।
2009 : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने दस कम्पनियों पर शेयर बाज़ार में क़ारोबार करने पर प्रतिबंध लगाया।
2011 : भारतीय बैंक संघ और भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम द्वारा तैयार एटीएम के जरिए चेक निर्गम (क्लियर) करने की तकनीकी प्रणाली को अंतिम रूप दिया गया।
2014 : विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक अनुमान के मुताबिक, गिनी, लाइबेरिया, नाइजीरिया, सेनेगल और सिएरा लियोन में इबोला वायरस से संक्रमित 3500 लोगों में से 1900 लोगों की मौत।