नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की एक टीम ने दिल्ली और गुरुग्राम में ट्विटर इंडिया के कार्यालय में छापेमारी की है। यह छापेमारी टूलकिट केस में की गई है। पुलिस ने ट्विटर इंडिया से 'मनिप्यलैटेड मीडिया' टैग्स को लेकर स्पष्टीकरण भी मांगा है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, दिल्ली में ट्विटर इंडिया के लाडो सराय स्थित कार्यालय और पड़ोसी राज्य हरियाणा के गुरुग्राम स्थित दफ्तर में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीम ने छापेमारी की है।
पुलिस ने मांगी सफाई
इससे पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक नोटिस भेजकर 'मनिप्यलैटेड मीडिया' टैग्स को लेकर स्पष्टीकरण मांगा था, जो कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस पार्टी के 'टूलकिट' पर पोस्ट्स के साथ इस्तेमाल किए गए थे। पुलिस ने ट्विटर से पूछा है कि उसने पोस्ट के साथ 'मनिप्यलैटेड मीडिया' टैग का इस्तेमाल क्यों किया?
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने कहा, 'स्पेशल सेल सच्चाई का पता लगाना चाहती है। ट्विटर, जिसने अंतर्निहित सच्चाई जानने का दावा किया है, उसे स्पष्ट करना चाहिए।'
इससे पहले, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इस पर आपत्ति जताई थी और मामले की जांच का हवाला देते हुए ट्विटर से टैग हटाने के लिए कहा था।
बीजेपी-कांग्रेस आमने-सामने
इस मुद्दे को लेकर बीजेपी-कांग्रेस आमने-सामने है। 18 मई को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया था कि 'टूलकिट' में COVID-19 के नए स्ट्रेन को 'इंडियन' वेरिएंट या 'मोदी स्ट्रेन' के रूप में संदर्भित करने का निर्देश था। इस पर जवाबी हमला करते हुए कांग्रेस ने कहा था कि दस्तावेज 'फर्जी' थे। उसने दिल्ली पुलिस को पात्रा, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए को लिखा और आरोप लगाया कि महामारी के दौर में लोगों को सहायता प्रदान करने में मोदी सरकार की विफलता से ध्यान हटाने के लिए ये 'जाली' दस्तावेज बनाए गए, ताकि 'सांप्रदायिक असामंजस्य' की स्थिति पैदा की जा सके।
बीजेपी ने सोशल मीडिया पर हैशटैग #CongressToolkitExposed के साथ कमेंट्स पोस्ट किए और कांग्रेस पर 'झूठे' नैरेटिव्स फैलाने का आरोप लगाया था।