- असम के सीएम का बड़ा दावा
- कांग्रेस के टॉप लोग भी संपर्क में रहते हैं- हिमंत बिस्वा सरमा
- कांग्रेस नेता जयमंगल ने अपनी ही पार्टी के 3 विधायकों के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत
Jharkhand: झारखंड में चल रहे राजनीतिक ड्रामे के बीच खरीद-फरोख्त के आरोपों को खारिज करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को कहा कि वह अपने 22 साल के लंबे जुड़ाव के कारण अभी भी अपनी पूर्व कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं के संपर्क में हैं। साथ ही कहा कि आज भी कांग्रेस पार्टी में बड़े लोग भी मुझसे संपर्क में रहते हैं। हम राजनीति के बारे में बात नहीं करते हैं, लेकिन 22 साल से अधिक समय तक एक पार्टी में रहने के कारण, हम संपर्क में रहते हैं। मुझे नहीं पता कि इस पर एफआईआर क्यों दर्ज की गई।
कांग्रेस के टॉप लोग भी संपर्क में रहते हैं- हिमंत बिस्वा सरमा
असम के मुख्यमंत्री का ये बयान झारखंड के कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल की ओर से झामुमो-कांग्रेस गठबंधन सरकार को गिराने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त में हिमंत बिस्वा सरमा की प्रमुख भूमिका के बाद आया है। सरमा साल 2015 में कांग्रेस पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे।
Jharkhand: कांग्रेस की बड़ी कार्रवाई, कैश कांड में फंसे तीनों विधायकों को किया निलंबित
कांग्रेस नेता जयमंगल ने अपनी ही पार्टी के 3 विधायकों के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत
कांग्रेस नेता जयमंगल ने पश्चिम बंगाल के हावड़ा में भारी मात्रा में कैश के साथ पकड़े गए कांग्रेस के तीन विधायकों के खिलाफ रांची में लिखित शिकायत दर्ज कराई। अपनी शिकायत में कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि तीनों ने उन्हें गुवाहाटी ले जाने और गुवाहाटी में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से मिलने के लिए कोलकाता बुलाया था, जहां उन्हें राज्य में झामुमो-कांग्रेस की सरकार गिराने पर मंत्री पद के साथ करोड़ों की कैश रकम देने का वादा किया गया था।
पत्र में आगे कहा गया है कि असम के मुख्यमंत्री दिल्ली में बैठे बीजेपी के बड़े नेताओं के आशीर्वाद से ऐसा कर रहे हैं। कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल सिंह की शिकायत पर पुलिस ने तीनों विधायकों (इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगारी) के खिलाफ जीरो एफआईआर दर्ज की है। ये एफआईआर हावड़ा ट्रांसफर की जाएगी, जहां तीनों को उनके कब्जे से कैश के बाद गिरफ्तार किया गया था।