नई दिल्ली : पिछले हफ्ते नागपुर में एक 'कमिटमेंट रिंग सेरेमनी' में दो महिला डॉक्टरों ने एक जोड़े के रूप में एक साथ जीवन बिताने का संकल्प लिया "हम इस रिश्ते को 'जीवन भर की प्रतिबद्धता' कहते हैं। हम गोवा में अपनी शादी की योजना बना रहे हैं," महिलाओं में से एक पारोमिता मुखर्जी कहती हैं
इनमें से एक डॉक्टर परोमिता मुखर्जी का कहना है कि मेरे पिता को 2013 से मेरे sexual orientation के बारे में पता था। जब मैंने हाल ही में अपनी मां को बताया, तो वह चौंक गई। लेकिन बाद में वह मान गई क्योंकि वह चाहती हैं कि मैं खुश रहूं।
दूसरी डॉक्टर सुरभि मित्रा ने कहा कि मेरे परिवार की ओर से मेरे sexual orientation का कभी कोई विरोध नहीं किया गया। दरअसल, जब मैंने अपने माता-पिता को बताया तो वे खुश हुए। मैं एक मनोचिकित्सक (psychiatrist) हूं और कई लोग मुझसे दोहरी जिंदगी जीने की बात करते हैं क्योंकि वे अपने लिए स्टैंड नहीं ले सकते।