- मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने कहा, जिसने भी इस घटना को अंजाम दिया उसे किसी भी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता
- उन्होंने कहा, "हमारे देश में कानून की व्यवस्था है, किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है"
- कन्हैयालाल के शव का बुधवार को उदयपुर के अशोक नगर श्मशान घाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया
Udaipur Murder Case latest news: उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल साहू की नृशंस हत्या और उसके बाद हिंसा को लेकर ''जमीयत उलेमा ए हिंद'' की प्रतिक्रिया सामने आई है, जमीयत उलेमा-ए-हिंद (Jamiat Ulema-e-Hind) के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने उदयपुर में की गई निर्मम हत्या की निंदा की है।
मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने एक बयान में कहा, जिसने भी इस घटना को अंजाम दिया उसे किसी भी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता, यह देश के कानून और हमारे धर्म के खिलाफ है, साथ ही उन्होंने कहा, "हमारे देश में कानून की व्यवस्था है, किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।"
बड़े चाकुओं से कन्हैयालाल की निर्मम हत्या
कासमी ने सभी नागरिकों से अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में अपनी भूमिका निभाने की अपील की है।
गौर हो कि मृतक कन्हैया लाल साहू उदयपुर में टेलर थे हत्यारे गौस मोहम्मद और रियाज मोहम्मद कपड़े की नाप देने मंगलवार को उनकी दुकान पर आए और फिर बड़े चाकुओं से कन्हैयालाल की हत्या कर दी थी, दोनों आरोपी उदयपुर के ही रहने वाले हैं।
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किया गया कन्हैयालाल का अंतिम संस्कार
जिले में मंगलवार को दो लोगों द्वारा धारदार हथियार से हत्या किए गए कन्हैयालाल के शव का बुधवार को उदयपुर के अशोक नगर श्मशान घाट में बडी संख्या में लोगों की मौजूदगी के बीच अंतिम संस्कार कर दिया गया। जबकि शहर में कर्फ्यू लगा हुआ है।अंतिम संस्कार के बाद श्मशान घाट के अंदर 'मोदी मोदी' के नारे लगे।अंतिम संस्कार के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। हालांकि, अंतिम संस्कार का जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से निकाला गया।
अंतिम संस्कार में बडी संख्या में लोग शामिल हुए
कन्हैया लाल की अंतिम यात्रा सेक्टर 14 स्थित उनके आवास से शुरू हुई जो अशोक नगर श्मशान घाट पहुंची। अंतिम संस्कार में बडी संख्या में लोग शामिल हुए। वे मोटरसाइकिल और कारों से श्मशान घाट पहुंचे। इनमें से कुछ ने आरोपियों को मौत की सजा की मांग करते हुए नारे लगाये। अंतिम संस्कार में शामिल कुल लोगों के हाथ में भगवा झंडे भी थे। चिता को अग्नि के हवाले करते ही लोगो ने 'कन्हैया लाल अमर रहे' और अन्य नारे लगाये।
हत्यारों ने ऑनलाइन वीडियो पोस्ट किया
कन्हैया के रिश्तेदार श्मशान घाट पर रोते-बिलखते नजर आए। मुखाग्नि देने के बाद लोगों के एक समूह ने कन्हैया लाल के समर्थन में नारेबाजी की।गौरतलब है कि मंगलवार को पेशे से दर्जी कन्हैयाल लाल की उनके दुकान में ही दो लोगों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी थी। हत्यारों ने यह कहते हुए ऑनलाइन वीडियो पोस्ट किया कि उन्होंने इस्लाम का अपमान करने के लिये उनका 'सिर कलम' किया है।
वहीं एनआईए ने उदयपुर में एक दर्जी की नृशंस हत्या के मामले में आतंकवाद विरोधी अधिनियम 'UAPA' के तहत फिर से मामला दर्ज किया वहीं उदयपुर हत्याकांड के सिलसिले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार शाम सर्वदलीय बैठक बुलायी