नई दिल्ली: पिछले काफी दिनों से महाराष्ट्र की राजनीति ने आम जनता के साथ राजनीतिक हलकों में खासी उथलपुथल मचा रखी थी और वहां इतनी तेजी से घटनाक्रम घटित हो रहा था कि वहां होने वाला हर ताजा घटनाक्रम कुछ ही देर में बासी हो जाता था। बहरहाल राज्य की सियासी तस्वीर साफ हो चुकी है।
महाराष्ट्र में शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली थी। उद्धव ठाकरे गुरुवार को इसके बाद प्रेस से भी मुखातिब हुए थे और सरकार की प्राथमिकताएं बताई थीं। वहीं आज यानि शुक्रवार को उद्धव ठाकरे ने राज्य के सीएम पद का कार्यभार ग्रहण कर लिया है और मंत्रालय जाकर कामकाज संभाला है।
उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन ‘महाराष्ट्र विकास आघाडी’ की सरकार का नेतृत्व करेंगे, उद्धव ठाकरे के अलावा शिवसेना के सीनियर लीडर एकनाथ शिंदे और सुभाष देसाई ने भी मंत्रीपद की शपथ ली थी।
इसके साथ ही महाराष्ट्र में 'ठाकरे' राज की शुरूआत हो गई है, इससे पहले उद्धव ठाकरे ने शपथ लेने के बाद कहा था कि हम महाराष्ट्र को एक अच्छी सरकार देंगे और अच्छा काम करेंगे। जिम्मेदारी लेने के बाद पहली बैठक थी। पहला निर्णय छत्रपति शिवाजी की राजधानी रायगढ़ में 600 करोड़ के कार्य से संबधित तथा उसके संवर्धन के लिए हमने 20 करोड़ और मंजूर कर दिये हैं।
साथ ही उद्धव ठाकरे ने कहा कि किसानों के लिए जो भी कार्य केंद्र और राज्य द्वारा किए गए हैं हमने उसकी पूरी जानकारी मांगी है। हम किसानों की भलाई के लिए हर कदम उठाएंगे। मैं चाहता हूं कि किसानों तक पैसा पहुंचे।
इससे पहले एनसीपी-कांग्रेस-शिवसेना गठबंधन ने सरकार का कॉमन मिनिमम प्रोग्राम जारी कर दिया था इसमें किसानों से लेकर समाज के तमाम वर्गों के लिए कई अहम घोषणायें की गई हैं।
इसमें अहम है किसानों के कर्ज की माफी का वादा इसके अलवा महाराष्ट्र विकास आघाडी राज्य सरकार के रिक्त पदों को तुरंत भरेगा। कॉमन मिनिमम प्रोग्राम में स्वास्थ्य, उद्योग, सामाजिक न्याय सहित अन्य महत्वपूर्ण प्रावधानों पर काम करने पर जोर दिया गया है।वहीं किसान, रोजगार, शिक्षा, शहरी विकास, पर्यटन, कला, संस्कृति और महिलाओं के मुद्दे पर काम करने का वादा किया गया है।कॉमन मिनिमम प्रोग्राम में किसानों को तत्काल सहायता व ऋण माफी की बात शामिल की गई है।