नयी दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव की तपिश धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है और नेताओं की जुबान भी फिसल रही है या जानबूझकर माइलेज लेने के लिए फिसल रही है, चुनाव प्रचार के सिलसिले में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को अब चुनाव आयोग ने निशाने पर लिया है। चुनाव आयोग ने अनुराग ठाकुर को दिल्ली विधानसभा चुनाव में विवादित बयान देने के कारण चुनाव आचार संहिता का प्रथम दृष्टया उल्लंघन करार दिया है।
नोटिस में आयोग ने ठाकुर द्वारा 27 जनवरी को बुद्ध विहार स्थित मदर डेयरी के पास श्मशान घाट रोड पर एक जनसभा में धार्मिक सौहार्द्र को प्रभावित करने वाले नारे लगवाने की घटना का जिक्र करते हुये कहा कि इससे प्रथम दृष्टया चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है। आयोग ने इस मामले में दिल्ली के सीईओ कार्यालय द्वारा मंगलवार को सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई करते हुये ठाकुर को अपना पक्ष आयोग के समक्ष पेश करने को कहा है।
इस मामले में उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दो दिन में जवाब देने को कहा है। आयोग द्वारा जारी नोटिस में ठाकुर से 30 जनवरी को दोपहर 12 बजे तक जवाब देने को कहा है। आयोग ने इस मामले में दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) की रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की है।
वहीं इस मामले को लेकर अनुराग ठाकुर पर जेएनयू के पूर्व छात्र संघ कन्हैया कुमार ने भी निशाना साधा है।
वहीं सीईओ कार्यालय ने भाजपा के स्टार प्रचारक और पश्चिमी दिल्ली से सांसद वर्मा द्वारा एक साक्षात्कार में शाहीन बाग के बारे में भड़काऊ बयान देने की भी पुष्टि की है। आयोग के सूत्रों के अनुसार वर्मा के मामले में प्राप्त रिपोर्ट अभी विचाराधीन है।
ठाकुर बीजेपी के स्टार प्रचारक भी हैं। आयोग ने ठाकुर को भेजे नोटिस में उन्हें उक्त जनसभा के दौरान विवादित नारेबाजी करने के अलावा कुछ अन्य आपत्तिजनक बयान देने का भी जिक्र करते हुये उनके बयानों की प्रति भी नोटिस के साथ भेजी है। आयोग ने कहा कि ठाकुर ने जनसभा में एक वर्ग विशेष के लोगों को निशाना बनाते हुये नारे लगवाये थे।