- आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा बैठक में भड़के केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह
- अफसरों से बोले खाने में कोताही नहीं तो योजना के क्रियान्वयन में क्यों है सुस्की
- समीक्षा बैठक में डीएम और सिविल सर्जन के न होने से भी थे नाराज
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अपनी बातों का बिना लागलपेट रखते हैं। वो किसी भी विषय पर अपनी बात रखते हैं, भले ही उन्गें आलोचनाओं का सामना करना पड़े। वो अपनी बात रखते हुए गुस्सा भी जाते हैं। कुछ इसी तरह की बानगी उनके संसदीय क्षेत्र बेगूसराय में दिखाई दी।
आयुष्मान भारत की समीक्षा के लिए गिरिराज सिंह बेगूसराय में थे। इस योजना के क्रियान्वयन में खामियों को देख और सुनकर और उनका पारा चढ़ गया। उन्हें इस बात से भी नाराजगी थी कि इतनी महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में सिविल सर्जन और डीएम साहब गैरमौजूद क्यों रहे। आयुष्मान भारत के संबंध में अधिकारी उन्हें बिंदुवार रिपोर्ट पेश कर रहे थे। लेकिन मंत्री जी को नाराजगी इस बात से थी कि आखिर योजना का क्रियान्वयन सही ढंग से क्यों नहीं हो रहा है। अधिकारियों ने कोऑर्डिनेशन कमेटी का हवाला दिया। लेकिन गिरिराज सिंह भड़क गए।
गिरिराज सिंह ने कहा कि आप लोगों को वेतन समय पर मिलता है, खाना समय पर मिलता है न मिले तो बखेड़ा करते हैं, ऐसे में इस योजना की प्रगति को लेकर आप लोगों का रवैया लापरवाही भरा क्य़ों है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन और डीएम की गैरमौजूदगी से पता चलता है कि प्रशासन इस योजना को लेकर कितना गंभीर है।