- शिवभक्तों की सुविधा के लिये सीएम योगी ने उत्तराखंड और बिहार राज्यों से संवाद करने के दिए निर्देश
- कांवड यात्रा मार्गों को दुरुस्त कराने के साथ स्वच्छता के पुख्ता इंतजाम करने में जुटी सरकार
- कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराते हुए उनको अन्य सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश
लखनऊ: श्रावण मास में गुरुपूर्णिमा से शुरु होकर महाशिवरात्रि तक चलने वाली 'कांवड़ यात्रा' (Kanwar Yatra 2021) के लिये उत्तर प्रदेश सरकार ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। 25 जुलाई से शुरु होने वाली यात्रा में शिवभक्तों से कोविड प्रोटोकॉल (Covid-19 Protocall) का पालन कराते हुए उनको अन्य सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिये गये हैं। कांवड यात्रा मार्गों (Kanwar Yatra Marg) को दुरुस्त कराने के लिये भी संबंधित विभागों के अधिकारियों से कहा गया है।
'कांवड यात्रा' में लाखों की संख्या में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिये सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जाने के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिये हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या उत्तराखंड और बिहार आदि राज्यों में जलाभिषेक के लिए जाती है। इसलिये कोविड काल को देखते हुए संबंधित राज्यों से संवाद करें।
शिवभक्तों पर पुष्पवर्षा करवाकर किया उनका अभिनन्दन
बता दें इस साल 25 जुलाई से शिवभक्तों की कांवड़ यात्रा शुरू होगी योगी सरकार हर साल कांवड़ियों के लिए विशेष इंतजाम करती है, इसके लिए उन्हें जगह-जगह पानी, आराम की सुविधा के साथ ही उनके स्वागत में हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा आदि भी की जाती है। गौरतलब है कि वर्ष 2019 में योगी सरकार ने हैलीकॉप्टर से कांवड़ यात्रा में शामिल शिवभक्तों पर पुष्पवर्षा करवाकर उनका अभिनन्दन किया था।
"शिवभक्तों" को न हो परेशानी ,योगी सरकार ने किए इंतजाम
यात्रा के दौरान किसी भी शिवभक्त को परेशानी न हो इसके लिये संवेदनशील यूपी सरकार ने समय से पूर्व तैयारियां पूरी कर लेने के निर्देश दिये हैं। कोरोना महामारी और बरसात के मौसम में होने वाली मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिये जिन मार्गों से शिवभक्त यात्रा के लिये निकलेंगे उनकी साफ-सफाई के निर्देश दिये गये हैं। इसके साथ ही शिवभक्तों के लिये स्वास्थ्य कैंपों, पेयजल आदि के इंतजाम करने के लिये संबंधित विभागों से कहा गया है।
उत्तराखंड लगा चुका है "कांवड़ यात्रा" पर प्रतिबंध
बता दें कि उत्तराखंड में इस साल भी कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित करने का ऐलान किया गया है, साल 2019 में उत्तराखंड लगभग 3 करोड़ कांवड़िए यात्रा पर आए थे, गौर हो कि "कांवड़ यात्रा" में दूसरे राज्यों से लाखों की संख्या में कांवड़िए "हर की पौड़ी" आते हैं, जहां से गंगाजल लेकर शिवरात्रि पर अपने-अपने क्षेत्रों के शिवालयों में जलाभिषेक करते हैं।