नई दिल्ली : बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश से किसानों ने सरकार से कई मांगों को लेकर एक दिवसीय हड़ताल किया था जिसमें से सरकार ने उनकी पांच मांगों को स्वीकार कर लिया है। ये सभी किसान सेक्टर 69 में ठहरे हुए थे और शनिवार सुबह से इन्होंने अपना हड़ताल प्रदर्शन शुरू किया था। कृषि मंत्रालय में अधिकारियों के साथ बातचीत करने के बाद कोई हल नहीं निकलने पर किसानों ने ये मार्च निकाला है।
भारतीय किसान संगठन के प्रमुख नेता पूरन सिंह ने कहा कि सरकार ने हमारी पांच मांगें मान ली है। हम अभी प्रदर्शन समाप्त नहीं कर रहे हैं, यह एक अस्थायी समाधान है। हम अपनी बाकी मांगों के लिए अगले 10 दिनों में प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे।
इसके बाद अगर हमारी सारी मांगें मान ली जाती हैं तो हम प्रदर्शन समाप्त कर देंगे और अगर नहीं होता है तो हम सहारनपुर से फिर से हड़ताल शुरू करेंगे।
सरकार ने बातचीत करने के लिए बुलाया
इंडियन फार्मर ऑर्गनाइजेशन के नेशनल प्रेसीडेंट पूरन सिंह ने बताया कि हमारे पास बस एक ही रास्ता बचा है कि हम मार्च करके अपनी मांगों की तरफ सरकार का ध्यान आकर्षित करें। हम अपने ट्रैक्टरों से शनिवार की सुबह दिल्ली की तरफ रवाना होंगे।हमने काफी कोशिश की कि अधिकारी हमारी मांगों को सुनें और इसकी तरफ ध्यान दें।
हमारी यात्रा 11 दिनों पहले शुरू हुई थी और अब हम अपनी मांगों को लेकर दिल्ली की तरफ जा रहे हैं। मुझे समझ नहीं आता है कि लिखित में दी गई मांगों के बावजूद सरकार इस तरफ कोई ध्यान क्यों नहीं दे रही है। इंडियन फार्मर्स ऑर्गनाइजेशन के स्टेट प्रेसीडेंट राजेंद्र यादव ने बताया कि हमने ये फैसला किया था कि सभी किसान भाई राजधानी दिल्ली की तरफ कूच करेंगे।
बताया जा रहा है कि लगभग 500 किसान दिल्ली पहुंचे हैं। भारतीय किसान संगठन के प्रेसीडेंट पूरन सिंह ने बताया कि 11 प्रतिनिधियों को कृषि मंत्रालय के कार्यालय ले जाया गया है। अगर हमारी मांगे पूरी हो जाती हैं तो हम यहां से लौट जाएगे वरना हम दिल्ली तक मार्च करेंगे।
सभी मांगें पूरी नहीं होती हैं तो भूख हड़ताल
यहां जितने भी किसान हैं सभी ने ये माना है कि हमारे पास दिल्ली जाने के और कोई रास्ता नहीं बचा है। उन्होंने मीडिया से भी उन्हें समर्थन देने को कहा है और उनका संदेश हर किसी तक पहुंचाने को कहा है। किसानों ने ये भी फैसला किया है कि अगर अब भी उनकी मांगें पूरी नहीं होती है तो वे भूख हड़ताल करेंगे।
बता दें कि किसानों के प्रदर्शन की वजह से सड़क पर काफी जाम की स्थिति बन गई है। इसकी तस्वीरें सामने आ रही हैं। दिल्ली-यूपी बॉर्डर के करीब गाजीपुर फ्लायओवर से ये तस्वीर सामने आई है।
जानकारी के मुताबिक किसान संगठन और कृषि मंत्रालय से वार्ता विफल होने के बाद उन्होंने ये फैसला किया है। उन्होंने 11 सितंबर से ही ये विरोध प्रदर्शन शुरू किया है जो अब राजधानी दिल्ली तक पहुंच गया है। बता दें कि इलेक्ट्रिसिटी टैरिफ में बढ़ोतरी के खिलाफ उन्होंने ये प्रदर्शन किया है। गन्ने की बकाया कीमतें, कर्ज माफी और कृषि के लिए मुफ्त बिजली की मांग को लेकर ये प्रदर्शन किया जा रहा है।