- यूपी के फिरोजाबाद में बुर्का पहनकर कॉलेज गई लड़कियों को प्रवेश से रोक दिया गया
- प्रिंसिपल पर छात्राओं को छड़ी दिखाकर स्टूडेंट्स को भगाने का आरोप लगा है
- कॉलेज प्रशासन ने इसके पीछे पुराने नियमों के अनुपालन का हवाला दिया है
फिरोजाबाद : यूपी के एक कॉलेज में बुर्का पहनकर गई लड़कियों को भीतर नहीं जाने दिया गया। इतना ही नहीं, प्रिंसिपल पर इन लड़कियों को छड़ी दिखाकर कॉलेज परिसर से भगाने का आरोप भी लगा है। इस संबंध में उनकी एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई है, जिसमें वह हाथों में छड़ी थामे नजर आ रहे हैं, जबकि पास में ही बुर्का पहनी कुछ लड़कियां भी दिख रही हैं। कॉलेज प्रशासन ने हालांकि पूरे मामले में सफाई देते हुए इसे महज पुराने नियमों का अनुपालन करार दिया है और प्रिंसिपल पर छड़ी दिखाकर छात्राओं को भगाने के आरोप का भी खंडन किया है।
यह वाकया यूपी में फिरोजाबाद के एसआरके कॉलेज का है, जहां बुर्का पहनकर गई लड़कियों को कॉलेज में प्रवेश से रोक दिया गया। यह घटना बीते सप्ताह शनिवार की बताई जा रही है। इसे लेकर विवाद और चौतरफा आलोचनाओं के बाद कॉलेज प्रशासन ने अब इस पर सफाई दी है। कॉलेज के प्रिंसिपल प्रभाशंकर राय ने कहा कि केवल उन्हीं स्टूडेंट्स को रोका गया, जिनके पास पहचान-पत्र नहीं थे और जो कॉलेज की यूनिफॉर्म नहीं पहने हुए थे। उन्होंने यह भी कहा कि बुर्का कॉलेज की यूनिफॉर्म में शामिल नहीं है और केवल इसी नियम का अनुपालन किया जा रहा था, जब कुछ छात्राओं को रोका गया।
कॉलेज प्रशासन का कहना है कि कैंपस में 1 सितंबर को हुई एक झड़प के बाद ही उन्होंने यहां ड्रेस कोड लागू किया। उन्होंने इस झड़प के पीछे बाहरी लोगों की संलिप्तता का भी संदेह जताया। प्रिंसिपल ने छड़ी दिखाकर छात्राओं को भगाने और इस संबंध में अपनी एक तस्वीर वायरल होने पर भी सफाई दी है। उनका कहना है कि कॉलेज परिसर में बहुत से बंदर हैं और उनसे बचने के लिए वे अक्सर अपने हाथों में छड़ी लेकर चलते हैं। इसका बुर्का पहनकर आई लड़कियों को कॉलेज के भीतर प्रवेश नहीं करने देने से कोई लेना-देना नहीं है और इस संबंध में उनके खिलाफ लगे आरोप गलत हैं।