- अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 500 साल तक संघर्ष किया: योगी आदित्यनाथ
- 'रामराज्य' और 'नए भारत निर्माण' के युग का प्रारंभ: योगी आदित्यनाथ
- पीएम मोदी ने किया राम मंदिर का शिलान्यास
नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की नींव रख दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के लिए भूमि पूजन किया है। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए। पिछले साल नवंबर में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। इस प्रकार अयोध्या में मस्जिद निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट ने दूसरी जगह 5 एकड़ जमीन देने की बात की थी। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अयोध्या के धन्नीपुर गांव में मस्जिद निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन दी गई है। उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने अयोध्या में मस्जिद निर्माण के लिए किया ट्रस्ट का ऐलान कर दिया है।
संभावना है कि जल्द ही मस्जिद का निर्माण का कार्य भी शुरू हो। ऐसे में योगी आदित्यनाथ से सवाल किया गया है कि क्या वो मस्जिद निर्माण के कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं मुझे कोई बुलाएगा नहीं इसलिए मैं जाऊंगा नहीं। मुख्यमंत्री योगी ने ये बात 'आज तक' न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कही।
राम मंदिर भूमि पूजन पर सीएम योगी ने कहा कि ये हमारे लिए गौरव का दिन है। अयोध्या में आस्था का भी सम्मान होगा और हम अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देने जा रहे हैं। भव्य मंदिर में भगवान राम की प्रतिमा स्थापित होगी। अयोध्या में पर्यटन बढ़ा है। यहां 24 घंटे बिजली आ रही है। हमने भगवान राम के नाम पर राजनीति नहीं की।
उन्होंने कहा कि आज एक और महत्वपूर्ण तिथि है, आज ही के दिन 70 वर्षों के कश्मीर के कलंक अनुच्छेद 370 को समाप्त किया गया था।
इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का सपना पूरा करने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए लोगों ने 500 साल तक संघर्ष किया, लेकिन शांतिपूर्ण ढंग से लोकतांत्रिक पद्धति से और संविधान सम्मत तरीके से समस्याओं का समाधान कैसे हो सकता है, भारत ने दुनिया की सभी ताकतों को इस बात का एहसास कराया है।