नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश सरकार ने कोविड 19 समर्पित L-2 और L-3 अस्पतालों के आइसोलेशन वार्डों में मरीजों द्वारा मोबाइल फोन के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। रोगियों के मोबाइल फोन को कोविड केयर सेंटर के वार्ड प्रभारी को जमा कराना होगा, ताकि कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार की जांच की जा सके।
आदेश के अनुसार, प्रदेश के कोविड समर्पित एल-2 तथा एल-3 चिकित्सालयों में भर्ती मरीजों को आईसोलेशन वार्ड में मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं है, क्योंकि इससे संक्रमण फैलता है। चिकित्सालय में भर्ती कोविड संक्रमित मरीजों को अपने परिजनों से बात कराने व शासन व अन्य किसी से बात कराने हेतु 2 मोबाइल फोन इंफेक्शन प्रिवेंशन कंट्रोल का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए कोविड केयर सेंटर के वार्ड इंचार्ज के पास रखवाना सुनिश्चित करें तथा इन मोबाइल नंबरों की सूचना मरीजों के परिजनों तथा कार्यालय को भी उपलब्ध कराने का कष्ट करें, जिससे आवश्यकता पड़ने पर मरीजों से समय-समय पर बात करना संभव हो सके।
यूपी में कोरोना के 6000 से ज्यादा केस
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कुल 6017 मामले हो गए हैं। कुल 3406 लोग उपचार के बाद ठीक होकर अपने घरों को चले गये हैं । इस संक्रमण की वजह से अब तक 155 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं जबकि सक्रिय संक्रमण के मामलों की संख्या 2456 है।
कोविड 19 संक्रमण से सबसे अधिक 33 मौतें आगरा में हुईं। मेरठ में 21, मुरादाबाद में 11, अलीगढ में 11, कानपुर नगर में नौ, फिरोजाबाद में सात, गौतम बुद्ध नगर में पांच, वाराणसी में चार, मथुरा में चार, झांसी में चार, संत कबीर नगर में चार, प्रयागराज में तीन, गोरखपुर में तीन, अयोध्या में तीन, एटा में दो, मैनपुरी में दो, जालौन में दो, प्रतापगढ में दो, बस्ती में दो, बुलंदशहर में दो, जौनपुर में दो, गाजियाबाद में दो, लखनऊ में दो तथा हापुड, बिजनौर, रायबरेली, अमरोहा, बरेली, महाराजगंज, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, श्रावस्ती, उन्नाव, चित्रकूट, कानपुर देहात, कुशीनगर, महोबा और ललितपुर में एक- एक व्यक्ति की कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हुई है।