- 9 जुलाई को उज्जैन में महाकाल मंदिर से पकड़ा गया था विकास दुूबे
- 10 जुलाई को एनकाउंटर में UP STF ने उसे मार डाला
- विकास दुबे पर 5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश पुलिस ने मध्य प्रदेश पुलिस विभाग को पत्र लिखकर पूछा है कि गैंगस्टर विकास दुबे पर घोषित 5 लाख रुपए का इनाम किसे दिया जाना चाहिए। यूपी पुलिस ने विकास दुबे की जानकारी देने के लिए 5 लाख रुपए के इनाम की घोषणा की थी। मध्य प्रदेश पुलिस ने उज्जैन में महाकाल मंदिर में विकास दुबे को पकड़ा था। उसे बाद में यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को सौंप दिया गया था। 10 जुलाई को एनकाउंटर में विकास दुबे की मौत हो गई।
चूंकि दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन में हिरासत में लिया गया था, इसलिए यूपी पुलिस ने यह जानना चाहा है कि इनाम किसे मिलना चाहिए। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, उज्जैन एसपी मनोज कुमार सिंह ने गुरुवार को कहा, 'हमें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP), कानपुर से एक पत्र मिला है, जिन्होंने विकास दुबे पर घोषित इनाम के बारे में जानकारी दी है और जानना चाहते हैं कि उज्जैन में विकास दुबे को हिरासत में लेने के लिए पुलिस कर्मियों के बीच किसकी भूमिका थी।'
उन्होंने कहा, 'मैंने अतिरिक्त एसपी अमरेन्द्र सिंह, रूपेश द्विवेदी और आकाश भूरिया की एक टीम का गठन किया है, जो पूरे प्रकरण का अध्ययन करेगी और मुझे इनाम के लिए एक रिपोर्ट सौंपेगी। रिपोर्ट के आधार पर मैं एक प्रस्ताव (एसएसपी, कानपुर को) भेजूंगा।'
एनकाउंटर में मारा गया
दुबे हत्या, हत्या के प्रयास और अन्य जघन्य अपराधों सहित 60 से अधिक अपराध के मामलों में आरोपी था। तीन जुलाई को आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद वह कानपुर के पास अपने गांव बिकरू से भाग गया। पुलिसकर्मी उसे गिरफ्तार करने के लिए वहां गए थे, लेकिन उसने पुलिस वालों पर ही हमला कर दिया। कई दिनों तक भागने के बाद आखिरकार 9 जुलाई को उसे उज्जैन के महाकाल मंदिर से पकड़ा गया। अगले दिन विकास को उज्जैन से लेकर आ रही एसयूवी कानपुर के निकट अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई थी। इसके बाद कथित तौर पर भागने की कोशिश कर रहे विकास को पुलिस ने मार गिराया था।