नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा फैसला लिया है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे रहकर लड़ रहे डॉक्टर्स की मदद के लिए योगी आदित्यनाथ आगे आए हैं। कोरोना की रोकथाम, उपचार व उससे बचाव में लगे कर्मचारियों की संक्रमण से मृत्यु की दशा में उनके आश्रितों को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
राजस्व विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि महामारी की रोकथाम, उपचार और उससे बचाव के लिए चिकित्सा विभाग के अलावा भारी संख्या में विभिन्न विभागों के कार्मिक दिन रात ड्यूटी में लगे हुए हैं। इससे कार्यरत कर्मियों के संक्रमित होने की आशंका बनी रहती है। ऐसे में इस संक्रमण से किसी की मृत्यु होने की दशा में उसके आश्रित को राज्य सरकार द्वारा 50 लाख रुपए दिए जाएंगे।
इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने कोविड-19 के मद्देनजर राज्य में पुलिस कर्मियों के लिए 50 लाख रुपए के बीमा कवर की घोषणा की थी। हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया था कि करीब 2 लाख परिवारों को भरण पोषण के रूप में 1000 हजार रुपए भत्ता दिया जाएगा। साथ ही सरकार इन्हें राशन भी मुहैया करवाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अंत्योदय की भावना के साथ सभी लोगों को भोजन उपलब्ध करवाने के लिए हमारी सरकार कार्य कर रही है। विश्वकर्मा श्रम सम्मान से आच्छादित होने वाले शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के बढ़ई, दर्जी, टोकरी बुनने वाले, नाई, सुनार, लोहार, कुम्हार, हलवाई, मोची जैसे 2 लाख परिवार हैं। इसमें सरकार के पास 30,000 परिवारों का विवरण हैं। इनके भरण-पोषण के लिए एक हजार रुपए का भत्ता जारी किया जाएगा। इन्हें राशन भी सरकार की तरफ से दिया जाएगा।
योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के 86.71 लाख वृद्ध एवं विधवा महिलाओं, दिव्यांगों और अशक्तों को 871 करोड़ रुपए की मदद भी भेजी है।