देहरादून : उत्तराखंड में चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में रविवार को एक पॉवर प्रोजेक्ट के पास हिमखंड टूटने से अलकनंदा और इसकी सहायक नदियों में अचानक जलस्तर बढ़ गया है और ऊंचाई वाले इलाकों में भारी तबाही मची है। इस घटना के बाद 9-10 शव बरामद किए गए हैं, जबकि लगभग 100-150 कामगार लापता बताए जा रहे हैं। राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं।
इस बीच राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से क्या करें और क्या नहीं करें को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिनमें अफवाहों से बचने सहित कई बातों को ध्यान में रखने की सलाह लोगों को दी गई है। बाढ़ के खतरे को ध्यान में रखते हुए इसमें बताया गया है कि बाढ़ से पहले, उसके बाद, उस दौरान और वहां से बाहर निकलने की स्थिति में वे क्या करें। NDMA के दिशा-निर्देशों पर एक नजर :
बाढ़ से पहले
- अफवाहों से बचें, शांत व संयत रहें, घबराएं नहीं
- आपात परिस्थितियों में संपर्क के लिए अपना मोबाइल फोन चार्ज रखें, SMS का इस्तेमाल करें
- मौसम से संबंधित खबरों की जानकारी के लिए रेडियो सुनें, टीवी चैनल देखें और समाचार-पत्र पढ़ें
- अपने मवेशियों को एक साथ रखें, ताकि उनकी सुरक्षा की जा सके
- आवश्यक सामग्रियों को एक जगह एकत्र कर लें, ताकि आवश्यकता पड़ने पर इनका इस्तेमाल किया जा सके
- अपना फर्स्टएड किट तैयार रखें, इसमें सांप कांटने की स्थिति में ली जाने वाली दवा और डायरिया के उपचार की दवाओं को भी शामिल करें
- अपने दस्तावेजों, मूल्यवान सामानों को वाटर-प्रूफ बैग में रख लें
बाढ़ के दौरान
- बाढ़ के पानी में न जाएं, अगर आपको जाना ही पड़ें तो समुचित जूते पहनें
- सीवर लाइन, गटर, ड्रेन और पुलिया से दूर रहें
- बिजली के खंभों और टूटे हुए तारों से दूर रहे, ताकि आप बिजली के करंट से बच सकें
- अच्छे से पका हुआ भोजन या ड्राई फूड खाएं, अपने भोजन को ढककर रखें
- उबला पानी या क्लारीन मिश्रित पानी पीएं
- अपने आसपास की जगह को साफ-सुथरा रखने के लिए डिस्इंफेक्टेंट का इस्तेमाल करें
बाढ़ के बाद
- बच्चों को बाढ़ के पानी में या उसके आसपास खेलने न दें
- किसी भी टूटे हुए बिजली के सामान का इस्तेमाल न करें, उनकी अच्छी तरह जांच कर लें
- बिजली के खंभों, टूटे तारों के साथ-साथ किसी तेजधार वाले सामान और कूड़ों के ढेर से दूर रहें
- खानेपीने की वे चीजें न खाएं, जिसमें बाढ़ का पानी पहुंचा हो
- मच्छर काटने से होने वाली बीमारी मलेरिया से बचने के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल करें
- अगर सीवेज लाइन या पानी की लाइन क्षतिग्रस्त हो तो ट्वायलेट या नल के पानी का इस्तेमाल न करें
यदि आपको बाहर निकलना पड़े
- घर में रखे फर्नीचर और अन्य सामानों को बिस्तर या टेबल के ऊपर रखें
- ट्वायलेट बॉल पर सीमेंट से भरी बोरियां रखें और सभी ड्रेन छिद्रों को बंद कर दें, ताकि सीवेज के बैक फ्लो को रोका जा सके
- बिजली और गैस के कनेक्शन को बंद कर दें
- ऊंचे व सुरक्षित स्थानों पर रहें
- इमरजेंसी किट, फर्स्टएड बॉक्स और मूल्यवान वस्तुओं को अपने साथ रखें
- गहराई वाले इलाकों में न जाएं और पानी की गहराई का पता लगाने के लिए छड़ी का इस्तेमाल करें
- घर तभी लौटें, जबकि अधिकारी आपसे ऐसा करने के लिए कहें