- सीएम तीरथ सिंह ने कहा-सुनिश्चित किया जाए कि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो
- उन्होने कहा कि संतों का सम्मान सबसे ऊपर है
- तीरथ सिंह रावत नेउत्तराखंड के 10वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की है
नई दिल्ली: उत्तराखंड को नया मुख्यमंत्री मिल गया है अब सूबे की कमान तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) के हाथों में हैं जिन्होंने बुधवार को शपथ ग्रहण कर ली है, इसके बाद अधिकारियों के साथ बैठक में रावत ने कुछ खास फैसले लिए हैं जिनमें हरिद्धार कुंभ से भी संबधित है, इससे पहले पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा था कि केंद्र नेतृत्व ने मुझ पर विश्वास दिखाया है। मैं केंद्र नेतृत्व का दिल से धन्यवाद करना चाहता हूं। प्रधानमंत्री जी ने जो कहा है कि सबका साथ, सबका विश्वास, सबका विकास उसको लेकर हम आगे बढ़ेंगे। आम जनता के सुख-दुख में मैं खड़ा रहूंगा।
वहीं अपनी पहली मीटिंग में शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने निर्देश दिए कि हरिद्वार कुम्भ मेले में गुरूवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर पहले शाही स्नान में श्रद्धालुओं पर हैलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाए और सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी दिक्कत ना हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जरूरी सावधानियों का पालन करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि कुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो, संतों का सम्मान सबसे ऊपर है..
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह ने कहा कि हम सभी को मिलकर प्रदेश को विकास की ओर ले जाना है इसमें जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है, अधिकारियों को लेकर उन्होंने कहा कि वे अपनी पूरी क्षमता के साथ काम करें।
साधु संतों की थर्मल स्क्रीनिंग नहीं की जाएगी
हरिद्वार में 11 मार्च को महाशिव रात्रि व 12 मार्च को सोमवती अमावस्या पर शाही स्नान है। इस अवसर पर श्रद्धालुओं को कोरोना प्रोटोकॉल और कोरोना एसओपी का पालन करना होगा। इन शाही स्नानों से हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं को अब 72 घंटे पहले की कोरोना की जांच रिपोर्ट अपने साथ लानी होगी। हालांकि इस दौरान साधु संतों की थर्मल स्क्रीनिंग नहीं की जाएगी।
11 और 12 मार्च को शाही स्नान के अवसर पर कोरोना SOP लागू रहेगी
उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने अपने आदेश में कहा है कि हरिद्वार कुंभ में 11 और 12 मार्च को शाही स्नान के अवसर पर कोरोना एसओपी लागू रहेगी। कुंभ मेला अधिकारी को इसका सख्ती से पालन करने के निर्देश दिये गये हैं। वहीं हरिद्वार में शाही स्नान के दौरान साधु संतों की थर्मल स्क्रीनिंग और रैंडम एंटीजन कोविड जांच नहीं की जाएगी। हरकी पैड़ी में संतों की देखरेख के लिए मेडिकल टीम तैनात रहेगी। वहीं दूसरी ओर अन्य श्रद्धालुओं की रैंडम जांच के लिए 50 टीमें तैनात रहेंगी।
तीरथ सिंह बने उत्तराखंड के 10वें मुख्यमंत्री
गौरतलब है कि तीरथ सिंह रावत ने बुधवार को उत्तराखंड के 10वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। इसके साथ ही पिछले चार दिनों से प्रदेश में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल पर पूर्ण विराम लग गया।राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में प्रदेश की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने रावत को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।रावत ने अकेले शपथ ली।
शपथ ग्रहण समारोह के बाद केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में दिल्ली से आए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि अगले एक-दो दिन में उनके मंत्रिमंडल के बारे में निर्णय ले लिया जाएगा।उन्होंने कहा, 'आज तीरथजी ने शपथ ले ली है। उनके मंत्रिमंडल का विस्तार भी एक-दो दिन में हो जाएगा।'
आखिर पौड़ी गढ़वाल से सांसद तीरथ सिंह के नाम पर बनी सहमति
तीरथ सिंह ने ऐसे समय में प्रदेश की बागडोर संभाली है जब अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में एक साल से भी कम का समय शेष है। विधानसभा चुनाव में पार्टी को सत्ता में दोबारा लाना तीरथ सिंह के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। फिलहाल उत्तराखंउ की 70 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के पास 56 विधायकों का बहुमत है।
इससे पहले, रमन सिंह और पार्टी मामलों के उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम की मौजूदगी में नए नेता का नाम तय करने के लिए हुई भाजपा विधानमंडल दल की बैठक में पौड़ी गढ़वाल से सांसद तीरथ सिंह रावत के नाम पर सहमति बनी।