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तो विकास दुबे ने पहले से ही शुरू कर दी बिकरु में खूनी तैयारी, कॉल डिटेल्स से हुआ चौंकाने वाला खुलासा

Updated Jan 22, 2021 | 12:37 IST

कानपुर के बिकरु कांड के बारे में कौन नहीं जानता है जब विकास दुबे ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर कई पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था। अब इस केस में एक और खुलासा हुआ है।

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विकास दुबे की कॉल डिटेल्स से हुआ चौंकाने वाला खुलासा
मुख्य बातें
  • विकास दुबे ने बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों को उतार दिया था मौत के घाट
  • जांच में हुआ खुलासा, कई पुलिसकर्मियों के संपर्क में पहले से था विकास दुबे
  • उज्जैन से लाते समय एक एनकाउंटर में मारा गया था विकास

कानपुर:  2 जुलाई, 2020 की उस घटना को भला कौन भूल सकता है जब गैंगस्टर विकास दुबे ने अपने साथियों के साथ मिलकर बिकरू गांव में घात लगाकर 8 पुलिसकर्मियों को निर्मम तरीके से मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद विकास फरार हो गया लेकिन उसके एक -एक साथ लगातार पुलिस एनकाउंटर में ढेर होते रहे। अंतत: विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल मंदिर में नाटकीय तरीके से गिरफ्तार किया और 10 जुलाई की सुबह उज्जैन से कानपुर लाते समय एसटीएफ ने एक एनकाउंटर में उसे भी मार गिराया था।

कॉल डिटेल्स

 कानपुर के सनसनीखेज बिकरू कांड में अभी भी कई खुलासे हो रहे हैं। ताजा खुलासे के मुताबिक विकास दुबे ने इस पुलिसकर्मियों पर हमले की तैयारी काफी पहले से कर ली थी। विकास और उसके साथियों की जो कॉल डिटेल्स सामने आई है उसके मुताबिक, विकास दुबे को पता चल गया था कि पुलिस उसके खिलाफ तगड़ा एक्शन लेने वाली है जिससे वह बेहद गुस्से में था और उसने पुलिस को सबक सिखाने के लिए खूनी साजिश रचना शुरू कर दिया था।  पुलिस ने जो चार्जशीट पेश की है उसके मुताबिक जून से लेकर 4 चार जुलाई तक की कॉल डिटेल्स हैं।

विनय तिवारी से हुआ था विवाद
एक जुलाई को जहां विकास दुबे के फोन कॉल से करीब 90 कॉल की गई या रिसीव हुई वहीं दो जुलाई को इसकी संख्या 107 पहुंच गई। ये सभी कॉल्स बेहद छोटी यानि करीब दो मिनट की औसत कॉल थी। इस दौरान विकास ने अपने सभी गुर्गों को कॉल करने के अलावा कई पुलिसकर्मियों को भी कॉल किया था। दरअसल एसओ विनय तिवारी से विकास दुबे का कुछ विवाद हो गया था जिसके बाद उसने पुलिसकर्मियों के खिलाफ साजिश रचना शुरू कर दिया।

इन पर गिरी गाज

एसआईटी ने दुबे के मोबाइल कॉल डिटेल्स का रिकॉर्ड खंगाला तो पाया कि कई पुलिसकर्मी एनकाउंटर से पहले भी उसके सपर्क में बने हुए थे। यूपी के गृह विभाग ने ऐसे 37 पुलिसकर्मियों को चिह्नित किया है जो विकास दुबे के संपर्क में थे या फिर उसके साथ इनके संबंध थे।  इनमें से 8 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर गिरफ्तार किया जा चुका है जिसमें चौबेपुर के इंस्पेक्टर विनय तिवारी और  सब-इंस्पेक्टर केके शर्मा भी शामिल हैं।

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