- विकास दुबे का एनकाउंटर से पहले का ऑडियो आया सामने, जानिए किस त्रिवेदी के लिए था पेरशान
- विकास दुबे इस ऑडियो में बेहद परेशान लग रहा है, मुखबिरी का सता रहा है डर
- विकास ने कोर्ट में सरेंडर की कर रखी थी तैयारी, अपने खास गुर्गे को सौंपा था काम
कानपुर: गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद उसके कई ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गए हैं। लेकिन यहां हम आपको एक ऐसे ऑडियो के बारे में बता रहे हैं जो एनकाउंटर से 2-3 दिन पहले का बताया जा रहा है। ऑडियो से साफ है कि विकास लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था और उसे मुखबिरी का भी शक था। विकास के इस ऑडियो से साफ जाहिर होता है कि वह पूरी तरह डरा हुआ था और कोर्ट में सरेंडर की तैयारियों में भी जुटा हुआ था। हिंदी समाचार चैनल 'आजतक' पर जारी इस ऑडियो क्लिप से साफ जाहिर होता है कि विकास समझ चुका था कि उसने बहुत बड़ा कांड कर दिया है।
10 जुलाई को एनकाउंटर में मारे जाने से पहले इस ऑडियो में विकास दुबे अपने गुर्गे गुड्डन त्रिवेदी से बात करने के लिए परेशान दिख रहा है। बिकरु गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद दुबे को यह बात समझ आ गई थी कि अब कानून समझ समर्पण करने के अलावा उसके पास और कोई रास्ता नहीं बचा है। ऑडियो से साफ है कि अपने गुर्गे गुड्डन त्रिवेदी के जरिए विकास दुबे कोर्ट में सरेंडर की तैयारियों में जुटा हुआ था और वकीलों से संपर्क करना चाह रहा था।
ऑडियो के अंश
विकास: मदद हो जाए थोड़ी, आप समझ रहे हो होंगे मैटर क्या है..तो अब आप कह दो..
विकास का परिचित: लेकिन यार बात सुनो.. हमारा मतलब हम बोल रहे हैं कि कोई आपको रहने की, जाने की दिक्कत हो तो..आप?
विकास: सब मैनेज हो गया है, ग्वालियर हम पहुंच चुके हैं.. सब फुल मैनेज हो चुका है। ये है कि सोमवार, मंगलवार को हाजिरी भी हो जाएगी कोर्ट में.. आप समझ रहे हैं कि सब कुछ हो जाएगा.
विकास का परिचित: चलो तो हम उनको बोल रहे हैं कि आप जो कहें..
विकास दुबे: गुड्डन से बात हुई आपकी?
विकास का परिचित: गुड्डन का नंबर ही नहीं लग रहा था।
विकास: जो नंबर हमने दिया वो लगा रहा है?
विकास का परिचित: नहीं लग रहा है।
विकास: गुड्डन कहां पर है अभी
विकास का परिचित: गुड्डन का अभी कोई आइडिया नहीं लग रहा है भईया अभी।
विकास: नंबर तो बंद जा रहा है, कोशिश हमने भी की.. नंबर तो नहीं लग रहा है।
विकास का परिचित: चलो बस आप हमारे जो मदद हो तो वो बताओ, हम करवा देंगे बस कुल मिलाकर इतना समझ लो। हमने सचिन को भी बोल दिया है कि अगर कोई मदद हो तो।
विकास: सचिन कौन?
विकास का परिचित: सचिन अवस्थी को किया था फोन?
विकास: अरे वो सचिन अवस्थी, उसका नंबर मिला था औरेया से आपको रिलेशन में है कोई?
विकास का परिचित: हां मौसी के लड़के है
विकास दुबे: शेखर की बहन का रिश्तेदार है कोई? तो बात हो जाए उनसे
विकास का परिचित: हां .. हां.. तो आप हमारे लायक कोई काम हो तो बताओ जो काम होगा हम कह देंगे.. काम हो जाएगा तुम्हारा, बातचीत हो जाएगी।
विकास: आप कह दो कि हमारा फोन आया था.. फिर जैसा आप कहेंगे वैसा हो जाएगा।
विकास दुबे का परिचित: ठीक है
विकास दुबे: नहीं-नहीं कोई प्रॉब्लम नहीं है अभी भी... बस हाजरी हो जाए। अपने को दिक्कत तो बहुत ज्यादा है ही। आने वाले समय में भी प्रॉब्लम है।
विकास का परिचित: हां समझता हूं। अच्छा तो हम बोल दें उसको। आप बात कर लेना।
विकास दुबे:- सबसे बड़ी समस्या ये है कि गुड्डन से किसी तरह संपर्क हो। अब गुड्डन का नंबर तो लग नहीं रहा।
विकास का परिचित: हमारे पास एक नंबर और था। जो आपने भेजा था। उससे भी मिलाया हमने। दोनों नंबर बंद हैं।
विकास दुबे: अच्छा अच्छा। नहीं दूसरा वाला तो ऑफ ही है काफी दिनों से। अब प्रॉब्लम ये है कि भई मेन कर्ता-धर्ता पूरा गुड्डन के हाथ में था सब। पूरी जानकारी सबकुछ। अब ये विनय तिवारी गए हैं। उनके हाथ में है या गुड्डन के हाथ में।
विकास का परिचित- हां.. हां..
विकास दुबे: नहीं भाई बहुत बड़ी घटना है। पूरा उत्तर प्रदेश देख रहा है। सब कोई सबकुछ समझ रहा है। अब दिक्कत ये है कि इनका कोई पता नहीं चल रहा है। बाकी देखो सोमवार या मंगलवार को हाजरी होनी है कोर्ट में। बस वही चारा है और तो चारा नहीं। उसमें पूरा सिस्टम लगा दिया गया है। अब दिक्कत ये है कि थोड़ा ये मुखबिरी वाला सिस्टम ना हो। खैर हो नहीं पाएगा। मतलब सिस्टम तो लगा है पूरा।
परिचित: अरे कुछ नहीं होगा यार। बच जाएगा।