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केदारनाथ से लेकर मैहर तक मौसम की मार, जानें मानसून से पहले क्यों हो रही है बारिश

Updated May 23, 2022 | 21:23 IST

Weather Update: पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे इलाकों पर बना हुआ है। इसके कारण पूर्वोत्तर राजस्थान और आसपास के इलाकों पर कम दबाव का क्षेत्र बन गया  हुआ है। और यह कम दबाव का क्षेत्र एक ट्रफ रेखा के रूप बांग्लादेश तक है। जिसकी वजह से तेज बारिश और हवाएं चल रही हैं।

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मानसून से पहले बारिश से कई राज्यों में अलर्ट
मुख्य बातें
  • जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तरी मध्य प्रदेश,पंजाब, राजस्थान , उड़ीसा में 24 मई तक तेज बारिश का अनुमान है।
  • भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मौसम में अचानक बदलाव का कारण वेस्टर्न डिस्टर्ब (पश्चिमी विक्षोभ)  है।
  • इस बार केरल में समय से पहले 27 मई तक मानसून पहुंचने का अनुमान है।

Weather Update: तपती गर्मी और लू का सामना कर रहे, भारत के कई इलाकों में बीती रात अचानक मौसम ने करवट ली और दिल्ली में पहाड़ों जैसा सुहाना मौसम हो गया। लेकिन मानसून से पहले हुई इस बारिश ने दिल्ली से लेकर मध्य प्रदेश के मैहर और उत्तराखंड के केदारनाथ में डराया भी है। मैहर में जहां तेज आंधी और बारिश की वजह से कई केबल कार आपस में फंस गई और उसमें बैठे 80 लोगों की जान हलक में आ गई । हालांकि बाद में लोगों को बचा लिया गया। वहीं उत्तराखंड में भारी बारिश की वजह से चार धाम यात्रा रोक दी गई है।

इन राज्यों में भारी बारिश

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार 23 मई को उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। साथ इन राज्यों के कई इलाकों में तेज हवाएं चलने के साथ तूफान आने का भी अलर्ट जारी किया गया ।  इसके अलावा जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तरी मध्य प्रदेश,पंजाब, राजस्थान में 24 मई तक तेज बारिश का अनुमान है। उड़ीसा में भी 24 मई को तेज बारिश का अनुमान है। वहीं असम,मेघालय और मणिपुर में भारी बारिश है। असम में बाढ़ से जन-जीवन प्रभावित है। केरल और कर्नाटक में अरब सागर की ओर से चलने वाली तेज चक्रवाती हवाओं के कारण मूसलाधार बारिश हो रही है।

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मानसून से पहले कैसी बारिश

ऐसे में सवाल उठता है कि जब मानसून 27 मई तक केरल पहुंचने का अनुमान है और उसके 30 जून तक पूरे देश को कवर करने का अनुमान है तो उसके पहले 50-60 किलोमीटर की हवाओं के साथ तेज बारिश क्यों हो रही है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मौसम में अचानक बदलाव का कारण वेस्टर्न डिस्टर्ब (पश्चिमी विक्षोभ)  है। पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे इलाकों पर बना हुआ है। इसके कारण पूर्वोत्तर राजस्थान और आसपास के इलाकों पर कम दबाव का क्षेत्र बन गया  हुआ है। और यह कम दबाव का क्षेत्र एक ट्रफ रेखा के रूप बांग्लादेश तक  है। जिसकी वजह से तेज बारिश और हवाएं चल रही हैं।

कब होगी मानसून की बारिश

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने इस बार केरल में समय से पहले 27 मई तक मानसून के पहुंचने का अनुमान जताया है। इसके अलावा एक जून तकतमिलनाडु, तेलंगाना और कर्नाटक के तटीय इलाकों और पूर्वोतर भारत में मानसून का असर दिखेगा। जबकि 5 जून तक मानसून,असम, मेघालय, कर्नाटक और तेलंगाना के दक्षिणी और पश्चिमी इलाकों को पूरी तरह से कवर कर लेगा। जबकि 10 जून तक महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, सिक्किम पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के इलाकों में पहुंचेगा। इस समय महाराष्ट्र के कर्नाटक से सटे इलाकों और मध्य महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के तटीय इलाकों और दक्षिणी छत्तीसगढ़ में पहुंच जाएगा। वहीं 15 जून तक मानसून बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ ,महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र, गुजरात के निचले इलाकों और मध्य प्रदेश प्रदेश और छत्तीसगढ़ से सटे इलाकों में बारिश की संभावना है। और उसके 30 जून तक देश के सभी इलाकों को मानसून कवर कर लेगा।
 

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