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सरकार के रडार पर वाट्सएप की नई प्राइवेट पॉलिसी, डाटा शेयरिंग के प्रावधानों को 'खंगालना' शुरू किया    

Updated Jan 14, 2021 | 09:29 IST

नई प्राइवेट पॉलिसी पर सहमति मिल जाने के बाद वाट्सएप को अपने यूजर्स का लोकेशन, फोन नंबर, कंटैक्ट लिस्ट और यूजर पैटर्न सहित अन्य डाटा फेसबुक, इंस्टाग्राम एवं मैसेंजर के साथ शेयर करने का अधिकार मिल जाएगा।

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सरकार के रडार पर वाट्सएप की नई प्राइवेट पॉलिसी।

नई दिल्ली : वाट्सएप (WhatsApp) के नई प्राइवेट पॉलिसी (New private policy) पर उठे विवाद के बाद भारत सरकार ने मामले में दखल दे दिया है। सरकार ने इस नई प्राइवेट पॉलिसी के उन अपडेट्स (नियमों एवं प्रावधानों) की 'जांच' करना शुरू कर दिया है जिसे कंपनी ने अपने यूजर्स (Users) से आठ फरवरी तक अपनी सहमति देने के लिए कहा है। टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि 'सरकार इस बारे में ब्योरे एकत्र कर रही है।'  आधिकारिक सूत्रों ने संकेत दिया है कि सरकार वाट्सएप की इस नई प्राइवेट पॉलिसी पर जताई गई चिंताओं पर नजर रखना शुरू कर दिया है। 

लोगों की तरफ से आशंका जताई जा रही है कि प्राइवेट पॉलिसी के नए अपडेट्स को स्वीकार किए जाने के बाद उनकी निजता का उल्लंघन  हो सकता है। वाट्सएप के नए अपडेट में यूजर्स से जुड़े बिजेनस/लेनदेन का डेटा फेसबुक के साथ साझा करने का प्रावधान है। बता दें कि वाट्सएप दुनिया की सबसे बड़े मैंसेजिंग प्लेटफॉर्म है और यह फेसबुक की कंपनी है। 

नई प्राइवेट पॉलिसी पर सहमति मिल जाने के बाद वाट्सएप को अपने यूजर्स का लोकेशन, फोन नंबर, कंटैक्ट लिस्ट और यूजर पैटर्न सहित अन्य डाटा फेसबुक, इंस्टाग्राम एवं मैसेंजर के साथ शेयर करने का अधिकार मिल जाएगा। वाट्सएप की इस नई प्राइवेट पॉलिसी के खिलाफ भारत सहित दुनिया के अन्य देशों में आवाज उठनी शुरू हो गई है। टेस्ला के फाउंडर एलन मस्क, कुछ सरकारी एजेंसियां और निजता की सुरक्षा की लड़ाई लड़ने वाले संगठनों ने इस नई पॉलिसी पर सवाल उठाए हैं। इन लोगों का कहना है कि डाटा हैंडलिंग को लेकर फेसबुक का रिकॉर्ड पाक-साफ नहीं रहा है।  

सूत्रों का कहना है कि देश में डाटा प्रोटेक्शन को लेकर अभी कोई कानून नहीं है। ऐसे में 'नियामकीय शून्यता' सहित वाट्सएप की नई पॉलिसी से जुड़े कई पहलुओं को देख रही है। डाटा प्रोटेक्शन पर एक बिल अभी संसद में है और इसे कानून बनने में अभी थोड़ा समय लग सकता है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा, 'वाट्सअप ने यूरोपीय यूनियन के यूजर एग्रीमेंट में जो पॉलिसी अपडेट पेश किया है वह वैसा नहीं है जैसा कि भारत में पेश किया गया है। भारत में इसका दायरा काफी बड़ा है। इसमें यूजर पॉलिसी को नुकसान पहुंचाने वाले प्रावधान हो सकते हैं।' सूत्रों का कहना है कि वाट्सएप को एक विस्तृत प्रश्नावली भेजी गई है लेकिन इस पर अभी कोई जवाब नहीं मिला है। 

अपनी नई पॉलिसी पर विवाद खड़ा होने के बाद वाट्सएप ने बयान जारी कर स्पष्टीकरण दिया है। वाट्सएप का कहना है कि यूजर्स उसके दो वैकल्पिक फीचर्स का यदि इस्तेमाल नहीं करते हैं तो उनकी निजता प्रभावित नहीं होगी। वाट्सएप का कहना है कि इन नई प्राइवेट पॉलिसी से यूजर्स का अपने दोस्तों एवं परिवार के साथ संदेशों पर जो निजता है उसका उल्लंघन नहीं होगा। इस नए अपडेट्स से वाट्सएप पर भेजे गए बिजनेस से जुड़े अकाउंट्स ही केवल प्रभावित होंगे और यह प्रावधान वैकल्पिक है। 

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