- अब तक अर्पिता के घरों से कुल 50 करोड़ की नकदी मिल चुकी है।
- टीचर घोटाले में पार्थ चटर्जी के साथ अर्पिता मुखर्जी भी गिरफ्तार हुई हैं।
- बंगाली और उड़िया फिल्मों में अर्पिता मुखर्जी ने काम किया है।
Arpita Mukherjee Career: 22 जुलाई को जब एक्टर अर्पिता मुखर्जी के घर से 21 करोड़ रुपये की नकदी मिली थी तो वह लोगों के लिए अनजान चेहरा थीं। उनका करीब 10 साल पुराना फिल्मी करियर भी ऐसा नहीं था कि वह टॉलीवुड इंडस्ट्री में कोई छाप छोड़ पाई हो। ऐसे में उनके घर से 21 करोड़ की नकदी मिलना हैरान करने वाला बात थी। लेकिन फिर जैसे-जैसे ईडी को ममता सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी से अर्पिता का कनेक्शन मिलता गया तो कई राज खुलने लगे। ऐसा लगा था कि 21 करोड़ रुपये के ईर्द-गिर्द जांच घूमेगी लेकिन फिर एक और धमाका हुआ और अब 28 जुलाई को अर्पिता के बेलघरिया के फ्लैट से 29 करोड़ कैश और 5 किलो सोना बरामद हुआ है। अब तक अर्पिता के घरों से 50 करोड़ की नकदी मिल चुकी है। सवाल उठता है कि फिल्मों में कोई खास सफलता नहीं पाने वाली अर्पिता मुखर्जी कैसे कैश क्वीन बन गई हैं। तो इसका जवाब भी अर्पिता मुखर्जी से ही मिलता है...
अर्पिता का बड़ा दावा !
ईडी के सूत्रों के अनुसार अर्पिता मुखर्जी ने पूछताछ में बताया है कि कि दोनों फ्लैटों से जो पैसा बरामद किया गया है वह पार्थ चटर्जी का है। अर्पिता का दावा है कि पार्थ चटर्जी द्वारा भेजे गए लोग आकर उन कमरों में पैसे डाल देते थे। यहां तक कि पार्थ चटर्जी भी उन फ्लैटों में आकर कमरों में रखे पैसों की जांच करते थे। जो पैसे रखे गए थे, उसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी लेकिन उन्हें पता था कि पैसे रखे गए हैं।
Arpita Mukherjee ने पार्थ चटर्जी को बताया फ्लैट से मिले पैसों का मालिक, कहा- वो खुद आकर करते थे जांच
पार्थ चटर्जी के कैसे करीब आईं
सवाल उठता है कि अगर अर्पिता का दावा सही है तो अर्पिता मुखर्जी कैसे पार्थ चटर्जी के करीब आईं और वह कैसे उनकी इतनी खास बन गईं। अगर अर्पिता चटर्जी के फिल्मी करियर की बात करें तो उन्होंने बंग्ला और उड़िया सिनेमा कुछ गिनी-चुनी फिल्में ही की है। और उसमें भी वह लीड रोल में कम ही नजर आई हैं। लेकिन अगर 2019 के एक वीडियो को देखा जाय तो उनकी तृणमूल कांग्रेस से करीबी साफ नजर आती है। इस वीडियो में वह एक मंच पर पार्थ मुखर्जी और ममता बनर्जी के साथ नजर आ रही हैं। और ममता बनर्जी उनकी एक्टिंग को लेकर प्रशंसा भी कर रही हैं। यह वीडियो के दुर्गा पूजा पंडाल कमिटी का है जिसके अध्यक्ष खुद पार्थ चटर्जी थे। जाहिर है अर्पिता मुखर्जी तृणमूल के सीनियर नेताओं के करीब में आ चुकी थी। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार मुखर्जी ने 2021 के विधान सभा चुनावों में कई नेताओं के लिए कैंपेन भी किया। और इस बीच वह पार्थ चटर्जी की बेहद खास बन चुकीं थी।
डायरी में कोड वर्ड खोलेंगे राज
ईडी के सूत्रों से बड़ी खबर आई है। जांच में ईडी को एक काले रंग की एक डायरी मिली है। इस डायरी में कोड वर्ड का इस्तेमाल किया गया है। जांच एजेंसी इन कोड वर्ड का मतलब जानना चाहती है। और इस गुत्थी को सुलझाने में अर्पिता मुखर्जी अहम कड़ी साबित हो सकती हैं।