- अवैध खनन घोटाले में आरोपी है प्रेम प्रकाश
- ED के छापे में कारतूस भी हुए हैं बरामद
- बिहार के सासाराम के रहने वाला है प्रेम प्रकाश
झारखंड की राजधानी रांची में ED ने बुधवार को प्रेम प्रकाश के 11 ठिकानों पर छापा मारा। प्रेम प्रकाश को सीएम हेमंत सोरेन का करीबी माना जाता है और उसका सरकार में काफी दखल की बात भी कही जाती है। ईडी ने जब उसके घर पर छापा मारा तो वहां से दो एके-47 राइफल मिला। साथ ही जिस आलमारी से यह राइफल बरामद हुआ, वहां से जिंदा कारतूस भी काफी मात्रा में मिले हैं।
कौन है प्रेम प्रकाश
प्रेम प्रकाश मूल रूप से बिहार के सासाराम का रहने वाला है। कभी मिड-डे मिल योजना के अंतर्गत स्कूलों में अंडा का सप्लाई किया करता था। इसी दौरान उसने ऐसी पैठ बनाई कि उसकी पहुंच मुख्यमंत्री तक हो गई। इसकी पहुंच का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राज्य के हर तबादले में इसके हाथ होने की बात कही जाती है।
कैसे आया नाम
दरअसल अवैध खनन घोटले में जब ईडी ने आईएसएस पूजा सिंघल को गिरफ्तार किया तो प्रेम प्रकाश का नाम सामने आया। प्रेम प्रकाश के यहां ईडी पहले भी छापा मार चुकी है। तब ईडी को दुर्लभ प्रकार का कंबोडियाई कछुआ भी मिला था। हालांकि इस बार जब छापा मराया तो वहां से हथियारों का जखीरा बरामद हो गया।
नौकरशाहों का दायां हाथ?
रांची की सत्ता की गलियारों में ये बात हर ओर है कि प्रेम प्रकाश कई अधिकारियों का दायां हाथ है। राजनीतिक गलियारों में प्रेम प्रकाश पीपी के नाम से मशहूर है। कहा जाता है पीपी अपना कद बढ़ाने के लिए बड़ी-बड़ी पार्टियां देता था, जिसमें कई हाईप्रोफाइल लोग, नेता और बिजनसमैन शामिल होते थे। इसी पार्टी के जरिए वो अपना झारखंड में खेल खेलते रहता था।
नक्सलियों का सरगना?
झारखंड नक्सली पीड़ित राज्य है। हाल के दिनों मे ंनक्सलियों के हमलों में कमी जरूर आई है, लेकिन उनकी मौजूदगी अभी भी राज्य में है। प्रेम प्रकाश के यहां से 47 बरामद होने के बाद बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने उन्हें नक्सलियों का सरगना बताया है। उन्होंने प्रेम प्रकाश को झारखंड में दलालों के सरगना भी कहा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा- "झारखंड के मुख्यमंत्री जी और उनके पारिवारिक मित्र अमित अग्रवाल जी के सहयोगी झारखंड के दलालों के सरगना प्रेम प्रकाश जी के यहां सूत्रों के अनुसार ईडी ने AK 47 बरामद किया है, यानि वह आतंकवादी व नक्सलियों का सरगना है।"