नई दिल्ली : मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनती है तो उसकी तरफ से नरेंद्र सिंह तोमर मुख्यमंत्री बन सकते हैं। मीडिया रिपोर्टें में तोमर का नाम सामने आ रहा है। मध्य प्रदेश की राजनीति में तोमर भाजपा के कद्दावर नेताओं में शुमार हैं। तोमर अभी केंद्र सरकार में कृषि, किसान एवं ग्रामीण विकास मंत्री हैं। कांग्रेसी की कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल मंडराने के बाद से ही भाजपा खेमे और मीडिया रिपोर्टों में तोमर के नाम पर अटकल लगनी शुरू हो गई थी। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया कि एमपी में भाजपा को सरकार बनाने का यदि मौका मिलता है तो वह सीएम पद के लिए नरेंद्र सिंह तोमर का नाम आगे कर सकती है। आइए जानते हैं मध्य प्रदेश की कमान संभालने जा रहे नरेंद्र सिंह तोमर के बारे में-
कौन हैं नरेंद्र सिंह तोमर
नरेंद्र सिंह तोमर मौजूदा 17वीं लोकसभा के सांसद हैं। वह मोदी सरकार में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री हैं। उनके पास ग्रामीण विकास मंत्रालय का भी प्रभार है। इसके पहले वह भारत सरकार में संसदीय कार्य मंत्री रहे चुके हैं। तोमर 2014 से 2019 तक ग्वालियर संसदीय सीट से सांसद रहे। हालांकि, पिछले लोकसभा चुनाव में उन्होंने अपना निर्वाचन क्षेत्र बदल लिया। इस बार वह मुरैना से सांसद हैं। तोमर की गिनती भाजपा के कद्दावर नेताओं में होती है। इनका मध्य प्रदेश की राजनीति में अच्छा खासा प्रभाव है।
ग्वालियर जिले में हुआ जन्म
नरेंद्र सिंह तोमर का जन्म 12 जून 1957 को ग्वालियर जिले के मोरार गांव में हुआ। इनके पिता का नाम मुंशी सिंह तोमर और माता का नाम शारदा देवी तोमर है। नरेंद्र ने अपनी स्नातक की पढ़ाई जीवाजी विश्वविद्यालय से की है। तोमर की पत्नी का नाम किरन है। तोमर के दो पुत्र और एक पुत्री हैं। इन्हें मुन्ना भैया के नाम से भी जाना जाता है।
पहली मोदी सरकार में बने मंत्री
नरेंद्र सिंह तोमर 2014 में नरेंद्र मोदी की पहली सरकार में भी केंद्रीय मंत्री बने। मोदी सरकार में उन्हें स्टील, खनन, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय का प्रभार दिया गया। साल 2016 में तोमर का प्रभार बदलकर पंचायती राज, ग्रामीण विकास, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय कर दिया गया। साल 2019 में मोदी सरकार के चुनकर आने पर उन्हें एक बार फिर पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय सौंपा गया। इसके साथ ही उन्हें कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की जिम्मेदारी भी सौंपी गई। 2003 में मध्य प्रदेश की सरकार में वह कैबिनेट मंत्री थे। तोमर सामाजिक कल्याण के कार्यक्रमों जैसे कि रक्तदान, पौधरोपण में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के लिए जाने जाते हैं।
1980 में हुई राजनीतिक पारी की शुरुआत
तोमर ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत 1980 में की। वह ग्वालियर के भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष चुने गए। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और सियासत की सीढ़िया चढ़ते गए। पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा और समर्पण को देखते हुए भाजपा ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारियां दीं। 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को जिताने के लिए तोमर ने प्रदेश में कड़ी मेहनत की और इसका नतीजा भी देखने को मिला। भाजपा को इस चुनाव में लोकसभा की 29 सीटों में से 27 पर जीत मिली। वह साल 1998 और 2008 में मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए। 2003 में मध्य प्रदेश सरकार में वह ग्रामीण विकास मंत्री रहे। साल 2006 में तोमर को मध्य प्रदेश का पार्टी अध्यक्ष बनाया गया।