उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को रोजगार संगम ऑनलाइन मेले का शुभारंभ किया। इस दौरान सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम श्रेणी के 56,754 उद्यमियों को सिंगल विंडों के माध्यम से ₹2002 करोड़ का ऋण उपलब्ध कराया गया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारे कामगार और श्रमिक हमारी ताकत और पूंजी हैं। हम इनके श्रम और हुनर का हरसंभव उपयोग कर उत्तर प्रदेश को देश और दुनिया का मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाएंगे।
आगे योगी आदित्यनाथ बोले- उत्तर प्रदेश के माथे पर पलायन को जो कलंक है उसे सदा के लिए मिटाने का यह सर्वोत्तम अवसर है। दूसरे प्रदेश से आने वाले श्रमिकों का प्रदेश के नवनिर्माण में उपयोग हो इसके लिए हर श्रमिक की दक्षता का रिकार्ड भी तैयार किया जा रहा है। वह आगे बोले- उ.प्र. का एमएसएमई सेक्टर भारत में सबसे बड़ा है। इस सेक्टर में कई ऐसी इकाईयां हैं जिनके उत्पाद की पूरे देश और दुनिया में धूम है। जरूरत इनको अवसर मिलने की है। यह इकाइयां उत्तर प्रदेश में नए रोजगार सृजित करने में सहायक होंगी।
बता दें कि केंद्र से आर्थिक पैकेज की घोषणा के 24 घंटे के भीतर ही CM योगी ने यूपी में MSME सेक्टर के 56 हजार 754 उधमियों को एकमुश्त दो हजार 2 करोड़ के लोन बांट दिए। केंद्र से आर्थिक पैकेज एलान के तत्काल बाद लॉकडाउन अवधि में भी इतनी बड़ी धनराशि का लोन देने वाला यूपी पहला राज्य बना। सीएम योगी ने कहा कि कामगारों व श्रमिकों को यूपी की ताकत बनाएंगे। ये हमारे लिए पलायन का कलंक हटाने का भी बड़ा अवसर, इसीलिए कामगारों व श्रमिकों की स्किलिंग की स्केलिंग कर रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ ने आगे की सोच के साथ कहा कि दीपावली के पर्व पर पूरे देश में चीन से आने वाली गौरी-गणेश की मूर्तियां की आवश्यकता होगी। हमारी कोशिश रहे कि इस बार स्थानीय इकाइयां उसका विकल्प दें। गोरखपुर में टेराकोटा के शिल्पकार चीन से अच्छी प्रतिमाएं बनाते हैं।