Amar Singh Death: अमर सिंह के निधन के बाद राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई है। सिंह के दोस्त सभी राजनीतिक दलों में पाए जाते हैं। अमेरिका के साथ असैन्य परमाणु करार कराने में अमर सिंह की भूमिका काफी अहम है। जबकि 'वोट के बदलने नोट' कांड में उनके ऊपर सवाल उठे। सिंह महानायक अमिताभ बच्चन के भी काफी करीब रहे लेकिन एक समय आया जब अमिताभ के साथ उनकी दोस्ती में दरार पड़ गई। अमर सिंह मुश्किलों से घबराने वाले व्यक्ति नहीं थे। सपा से निकाले जाने के बाद उन्होंने अपनी खुद की पार्टी बनाई लेकिन वह सपा से अलग होने के बाद सियासत में सफल नहीं हो पाए।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राज्य सभा सदस्य अमर सिंह के निधन पर शनिवार को शोक प्रकट किया। उन्होंने कहा कि सिंह बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी और एक प्रतिभाशाली सांसद थे। कोविंद ने एक ट्वीट में कहा, ‘राज्य सभा सदस्य अमर सिंह के निधन के बारे में सुनकर दुःख हुआ। बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी, सिंह एक प्रतिभाशाली सांसद थे। उनके परिवार व सहयोगियों के प्रति मेरी शोक-संवेदनाएं। ’ सिंह (64) का शनिवार को सिंगापुर में निधन हो गया, जहां वह इलाज करा रहे थे। उन्होंने 2011 में किडनी प्रतिरोपण कराया था और वह लंबे समय से अस्वस्थ थे।