उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ और रामपुर (Rampur) लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान हुआ। मतदान शाम छह बजे तक चलेगा। ये दोनों सीटें प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के सांसदों क्रमशः अखिलेश यादव और आजम खान के विधानसभा के लिए निर्वाचित होने के कारण लोकसभा से इस्तीफा देने की वजह से खाली हुई है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान 23 जून को सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक होगा।आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा क्षेत्र सपा के मजबूत गढ़ माने जाते हैं। आजमगढ़ सीट से अखिलेश यादव से पहले उनके पिता मुलायम सिंह यादव सांसद थे। इसलिये इस सीट का उपचुनाव सपा के लिये प्रतिष्ठा का सवाल है। दूसरी ओर, रामपुर लम्बे समय से आजम खां का प्रभाव क्षेत्र रहा है और पार्टी ने रामपुर लोकसभा सीट
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खान ने गुरुवार को आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने लोकसभा उपचुनाव की पूर्व संध्या पर आजमगढ़ और रामपुर संसदीय सीटों पर कहर बरपाया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने सपा लोकसभा उम्मीदवार के साथ दुर्व्यवहार किया। अगर मतदान प्रतिशत में गिरावट आती है, तो पुलिस को दोषी ठहराया जाना चाहिए। मैं पूरी रात जागता रहा। हम विभिन्न पुलिस थानों में गए और इंस्पेक्टर ने बहुत बुरा व्यवहार किया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने रात भर कहर बरपाया। जीप और सायरन रामपुर में हर जगह थे, वे लोगों को पुलिस थानों में ले गए और उनके साथ मारपीट की और मैंने पैसे देने के बारे में भी सुना है। यह शर्मनाक है।
आजम खान ने कहा कि "मैं एक अपराधी हूं, मुझे स्वीकार है। इसलिए मेरे शहर को भी ऐसा ही माना गया है। वे जो चाहें कर सकते हैं, हमें सहना होगा। अगर मुझे रहना है, तो मुझे सहना होगा।"आजम खान अपने खिलाफ दर्ज 89 मामलों में लगभग 27 महीने बिताने के बाद पिछले महीने जेल से रिहा हुए थे।आजमगढ़ और रामपुर में मतदान जारी है।
भाजपा ने आजमगढ़ सीट पर हो रहे उपचुनाव में भोजपुरी अभिनेता दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ को एक बार फिर मैदान में उतारा है। वहीं, सपा ने बदायूं से पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। जबकि, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने पूर्व विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली पर दांव लगाया है।आजमगढ़ में मुख्य मुकाबला इन्हीं तीनों के बीच माना जा रहा है। वैसे, क्षेत्र में कुल 13 उम्मीदवार उपचुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र में यादव और मुस्लिम मतदाताओं का अच्छा-खासा प्रभाव है। यहां यादव मतदाताओं की तादाद 21%, जबकि मुस्लिम वोटरों की आबादी 15% के करीब है। इसके अलावा, 20% दलित और 18% अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के गैर-यादव मतदाता मौजूद हैं।वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा ने गठबंधन कर चुनाव लड़ा था। उस समय सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आजमगढ़ में भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ को तीन लाख 61 हजार मतों से पराजित किया था।
वहीं, रामपुर लोकसभा क्षेत्र में 17 लाख से अधिक मतदाता हैं। क्षेत्र के 50% वोटर हिंदू और करीब 49% मतदाता मुस्लिम हैं। वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में सपा उम्मीदवार आजम खान ने भाजपा प्रत्याशी जयाप्रदा को एक लाख नौ हजार 997 मतों के भारी अंतर से हराया था।रामपुर लोकसभा उपचुनाव में सीधा मुकाबला सपा के आसिम राजा और भाजपा के घनश्याम सिंह लोधी के बीच है। लोधी पूर्व में आजम खान के करीबी रह चुके हैं। उन्होंने हाल ही में भाजपा का दामन थामा है।