चक्रवात के अनुमान को देखते हुए एनडीआरएफ की कई टुकड़ियां सहायता उपकरणों के साथ अंडमान के अलग-अलग इलाकों में तैनात की गई हैं। इसके अलावा सेना, वायु सेना और नौसेना को अलर्ट मोड पर रखा गया है। अंडमान एवं निकोबार के द्वीपों पर पर्यटन गतिविधियां स्थगित की गई हैं। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। तटों के आस-पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। इससे पहले आईएमडी ने कहा कि चक्रवात 'आसनी' के अंडमान-निकोबार के तटों से टकराने की संभावना काफी कम है। विभाग का कहना है कि उत्तरी अंडमान सागर पर दबाव का क्षेत्र गहरे दबाव के क्षेत्र में बदल गया और यह 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ रहा है-
आईएमडी के अधिकारी आरके जेनामणि ने कहा कि उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर बना दबाव अब गहरे दबाव क्षेत्र में तब्दील हो गया है। इसने पिछले छह घंटे में प्रतिघंटे 20 किलोमीटर की रफ्तार से दूरी तय की है। अभी यह उत्तर अंडमान सागर एवं दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर है।