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Farmers Protest: पांचवें दौर की बातचीत पर नजर, वार्ता से पहले किसानों के तेवर सख्त

Updated Dec 04, 2020 | 11:51 PM IST

Farmers Protest : सरकार और किसानों के प्रतिनिधिमंडलों के बीच शनिवार को बातचीत होनी है। लेकिन किसान संगठनों से पीएम मोदी के पुतले को जलाने का फैसला किया है। किसानों का स्पष्ट तौर पर कहना है कि वो सरकार के संशोधन प्रस्ताव पर विचार नहीं करेंगे, बेहतर होगा कि तीनों कानूनों को वापस लिया जाए।

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तस्वीर साभार:  PTI
दिल्ली में किसानों का प्रदर्शन।

विज्ञान भवन में गुरुवार को  किसानों के प्रतिनिधिमंडलों एवं कृषि मंत्री के बीच करीब सात घंटे तक बैठक चली थी। बैठक के बाद कृषि मंत्री ने कहा, 'बातचीत सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। किसान नेताओं ने कृषि कानूनों पर अपनी आपत्तियां रखीं। जबकि सरकार ने अपना नजरिया रखा।' किसानों का आशंका है कि नए कृषि कानूनों के लागू हो जाने के बाद सरकार समर्थित मंडिया धीरे-धीरे खत्म हो जाएंगी। 

Dec 04, 2020  |  11:38 PM (IST)
गाजीपुर बॉर्डर पर गाजियाबाद से दिल्ली के लिए यातायात बंद

किसानों के विरोध के कारण एनएच 24 पर गाजीपुर की सीमा गाजियाबाद से दिल्ली तक यातायात के लिए बंद है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे दिल्ली आने के लिए NH 24 से बचें और दिल्ली आने के लिए अप्सरा / भोपुरा / DND का उपयोग करें।

Dec 04, 2020  |  06:09 PM (IST)
पांच दिसंबर को पीएम मोदी के पुतले जलाने का आह्वान

भारतीय किसान यूनियन (BKU-Lakhowal) के महासचिव, एचएस लखोवाल ने सिंघू बॉर्डर पर कहा कि गुरुवार को हमने सरकार से कहा कि कृषि कानूनों को वापस लिया जाना चाहिए। 5 दिसंबर को देशभर में पीएम मोदी के पुतले जलाए जाएंगे। हमने 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि किसानों के खिलाफ दमनकारी नीति बर्दाश्त नहीं है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों के विरोध में 8 दिसंबर को एक दिवसीय भारत बंद का आह्वान किया गया है। सरकार द्वारा बुलाई गई बैठक में कल वो हिस्सा लेंगे।

Dec 04, 2020  |  05:58 PM (IST)
कृषि कानून के खिलाफ विरोध को और बढ़ाने की जरूरत

सिंघू बॉर्डर पर अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्ना मोल्लाह ने कहा कि हमें इस विरोध को आगे बढ़ाने की जरूरत है। सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेना होगा। उन्होंने कहा कि कोई भी सरकार जो किसान विरोधी होगी उसके विरोध का हक है। किसानों के नैसर्गिक अधिकार को कोई रोक नहीं सकता है। 

Dec 04, 2020  |  04:57 PM (IST)
किसानों को बार्डर से हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर

ओम प्रकाश परिहार नाम के याची ने किसानों को दिल्ली बॉर्डर से हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने याचिका दायर की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली-एनसीआर के सीमावर्ती इलाकों से आंदोलनरत किसानों को तत्काल हटाने के निर्देश दिए जाएं। कोविड 19 को देखते हुए अदालत को इस मामले पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है।

Dec 04, 2020  |  03:03 PM (IST)
किसानों के अधिकारों को कॉर्पोरेट घरानों को बेच रही सरकार: टीएमसी 

तृणमूल कांग्रेस ने नए कृषि कानूनों को 'क्रूर' बताते हुए शुक्रवार को आरोप लगाया कि संबंधित पक्षों से मशविरा किए बिना इन्हें पारित किया गया और भाजपा किसानों के अधिकारों को कॉर्पोरेट घरानों को बेच रही है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही हरियाणा में प्रदर्शन कर रहे किसानों से मुलाकात करेगा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिंगूर में ‘बलपूर्वक’ भूमि अधिग्रहण के खिलाफ 2006 में 26 दिनों की अपनी भूख हड़ताल का हवाला देते हुए नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों को अपना समर्थन दिया।
 

Dec 04, 2020  |  01:19 PM (IST)
सिंघू बॉर्डर जाएंगे सत्येंद्र जैन

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन दिल्ली को हरियाणा से जोड़ने वाले सिंघु बॉर्डर पर जाएंगे। जैन यहां किसानों के लिए बनाई गई सुविधाओं का जायजा लेंगे। सिंघू बॉर्डर पर एक किसान ने कहा, 'कानूनों को संबंध में हमारी चिंताओं को सुनने और इसकी खामियों को देखने में सरकार को सात महीने का समय लगा।'

Dec 04, 2020  |  11:51 AM (IST)
किसानों ने यातायात बाधित किया : पुलिस

गाजियाबाद के पुलिस अधीक्षक ने टाइम्स नाउ से बातचीत में कहा कि किसानों ने दिल्ली की तरफ जाने वाले सड़क को अवरूद्ध कर दिया है। हम उनसे अनुरोध करते हैं कि वे यातायात को बहाल होने दें। सड़क पर एंबुलेंस हैं जिन्हें आगे जाने देने की जरूरत है। 

Dec 04, 2020  |  10:48 AM (IST)
'बस लोगों को दिखाने के लिए सरकार कर रही बातचीत'
दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर प्रदर्शनकार कर रहे एक किसान ने टाइम्स नाउ से बातचीत में कहा कि गुरुवार को सरकार के साथ हुई बातचीत में समस्या का कोई हल नहीं निकला। केवल लोगों को दिखाने के लिए सरकार बातचीत कर रही है।
Dec 04, 2020  |  10:02 AM (IST)
किसानों की बातें सुने सरकार-अभिनेता कार्ति

अभिनेता कार्ति ने सरकार से किसानों की मांगों पर गौर करने का अनुरोध किया है। सरकार को लिखे पत्र में उन्होंने प्रदर्शन तत्काल खत्म कराने के लिए कदम उठाने की बात कही है। अभिनेता ने लिखा है कि दिल्ली में हो रहा प्रदर्शन एक ऐतिहासिक घटना है और इसमें महिलाओं की भागीदारी है। सरकार को उनकी मांगों को जरूर सुनना चाहिए।

Dec 04, 2020  |  09:26 AM (IST)
दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर दवाएं बांटीं
सिविलियन वेलफेयर चैरिटेबल ट्रस्ट के सदस्यों ने दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर धरना-प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच दवाओं का वितरण किया। ट्रस्ट के एक सदस्य ने कहा, 'किसी तरह की इमरजेंसी होने पर हमारे किसान भाई इन दवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं।'
Dec 04, 2020  |  08:24 AM (IST)
किसानों के प्रदर्शन के समर्थन में जयपुर-दिल्ली राजमार्ग किया जाम

नए कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी में किसानों के जारी आंदोलन का समर्थन करते हुए, अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति ने गुरुवार को जयपुर-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग को दो घंटे के लिए अवरुद्ध कर दिया। समिति द्वारा जारी एक प्रेस नोट में कहा गया, "भाजपा-आरएसएस संचालित मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ नारे लगाए गए।" राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक सभा बुलाई गई थी, जिसमें सीपीआई नेताओं ने कहा था कि मोदी सरकार न केवल 'किसान विरोधी' और 'मजदूर विरोधी' है बल्कि 'जनविरोधी' भी है।नेताओं ने कहा, "मोदी सरकार केवल उद्योगपतियों के बारे में चिंता है और आम लोगों के बारे में नहीं है, यदि केंद्र अपने किसान विरोधी कानूनों को वापस लेने में विफल रहता है, तो बड़े पैमाने पर लड़ाई शुरू की जाएगी।"

Dec 04, 2020  |  08:24 AM (IST)
सिंघू बॉर्डर पहुंचा निहंग सिखों का समूह

पंजाब के निहंग सिखों का एक जत्था दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के साथ बृहस्पतिवार को जुड़ गया। शिरोमणि बुड्ढा दल के जत्थेदार लाल सिंह ने कहा कि और निहंग सिख सिंघू बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन में शामिल होंगे और राज्य के अलग-अलग भागों से वे आ रहे हैं। सिंह ने कहा कि निहंग अपने साथ करीब 250 घोड़े भी लाए हैं।राष्ट्रीय राजधानी के सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर हजारों किसान नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। निहंग सिख भी उनके साथ शामिल हो गए। सेवादार रंजीत सिंह ने कहा, कई जत्थे रास्ते में है। हम आज सिंघू बॉर्डर पर पहुंच गए। हमने जत्था के प्रमुखों से किसानों के समर्थन में सिंघू बॉर्डर की तरफ आने को कहा है।

Dec 04, 2020  |  08:24 AM (IST)
किसानों के समर्थन में पंजाबी गायकों ने बनाए गीत

दिल्ली की सीमा पर कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों का, पंजाबी गायक अपने लुभावने गीतों के साथ समर्थन कर रहे हैं। इन्ही में से एक गीत के बोल हैं 'मुड़दे नी लेये बिना हक, दिल्लिये' यानी दिल्ली हम अपना हक लिए बिना वापस नहीं लौटेंगे। इससे पंजाबी किसानों का नए कानूनों को रद्द करने की मांगों के प्रति दृढ़ निश्चय झलक रहा है। किसानों के संघर्ष पर बने ये गीत सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों में खासा पसंद किए जा रहे हैं। पिछले कई महीनों से किसानों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन कर रहे जाने-माने पंजाबी गायक और अभिनेता हरभजन मान ने कहा कि वह बुधवार को वह एक नया गाना लेकर आए थे।

Chandrayaan 3