विपक्ष के पांच नेता बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिले।। इस शिष्टमंडल में कांग्रेस से राहुल गांधी, एनसीपी से शरद पवार, माकपा से सीताराम येचुरी, भाकपा से डी राजा और डीएमके से टीकेएस इलंगोवन शामिल थे। राष्ट्रपति से मिलने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए। इसके साथ दूसरे नेताओं ने कहा कि सरकार को हठधर्मिता छोड़ देनी चाहिए।
किसानों ने अपना आंदोलन तेज करते हुए दिल्ली को जाम करने की घोषणा की है। घोषित कार्यक्रम में दिल्ली को जोड़ने वाले सभी राष्ट्रीय राजमार्गों दिल्ली से जयपुर, दिल्ली से आगरा और दिल्ली से लखनऊ की ओर जाने वाली सड़कें रोक दी जाएंगी। 14 दिसंबर को देशभर में जिला और प्रदेश स्तर पर धरना प्रदर्शन करने के साथ साथ बीजेपी के दफ्तरों पर प्रदर्शन की योजना बनाई गई है।
भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने कहा कि जिस तरह से केंद्र सरकार हठधर्मिता पर अड़ी हुई है उसे देखते हुए किसान संगठनों के पास आंदोलन को और तेज करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उन्हें गृहमंत्री के साथ होने वाली बैठक से उम्मीद थी। लेकिन सरकार के रुख में किसी तरह का बदलाव नहीं दिखा।