नई दिल्ली: नए कृषि कानूनों के मुद्दे पर किसानों और केंद्र सरकार में टकराव अभी भी जारी है। शनिवार को विज्ञान भवन में किसानों और सरकार के बीच आज पांचवें दौर की बातचीत भी बेनतीजा रहने के बाद किसानों ने अपना आंदोलन और तेज कर दिया है। किसान पिछले 10 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं जिसके चलते कई रास्तों को बंद कर दिया गया है। केंद्र ने गतिरोध समाप्त करने के लिए नौ दिसंबर को एक और बैठक बुलाई है। इस बीच किसानों ने आठ दिसंबर को ‘भारत बंद’ की घोषणा की है। यहां जानिए किसान आंदोलन से जुड़ा हर ताजा अपडेट
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने रविवार को कहा कि राज्य का स्वास्थ्य विभाग तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए चिकित्सा शिविर आयोजित करेगा। सोनीपत से आए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने दिल्ली से लगी अपनी अंतरराज्यीय सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच दवाइयां और मास्क बांटे हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न स्थानों पर एंबुलेंस और मोबाइल शौचालय की सुविधा तैनात की गई है और साफ-सफाई का कार्य नियमित रूप से किया जा रहा है।
केंद्र के नये कृषि कानूनों का विरोध करते हुए सिंघू बार्डर पर डेरा डाले हुए किसानों ने 8 दिसंबर को बुलाए गए भारत बंद में सभी वर्गों से अधिकतम भागीदारी का रविवार को आह्वान करते हुए कहा कि गुजरात से 250 से अधिक किसान इस आंदोलन से जुड़ने के लिए पहुंचेंगे। सीमा पर किसान नेताओं ने कई राजनीतिक दलों द्वारा व्यक्त किए गए समर्थन का स्वागत किया और अन्य सभी से आगे आने एवं मंगलवार के 'भारत बंद' का समर्थन करने का आह्वान किया। किसान नेता बलदेव सिंह यादव ने कहा, 'यह आंदोलन केवल पंजाब के किसानों का नहीं बल्कि पूरे देश का है। हमने 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया है, जो सुबह 8 बजे से लेकर शाम तक चलेगा। इस दौरान दुकानें एवं कारोबार बंद रहेंगे। एंबुलेंस एवं आपात कार्य को बंद से छूट दी गई है। सभी से यह सुनिश्चित करने की अपील है कि वे बंद को शांतिपूर्ण रखें।