Farmers Protest Updates: तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि वे अपना आंदोलन तब तक समाप्त नहीं करेंगे जब तक कि सरकार कानूनों को रद्द नहीं कर देती। इस बीच किसान आंदोलन को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है, सुप्रीम कोर्ट में कृषि कानून, किसान आंदोलन और अन्य मसलों पर अलग-अलग याचिकाएं दाखिल की गई हैं।
कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि किसानों के साथ सरकार लगातार बातचीत कर रही है। हम 6 दौर की वार्ता कर चुके हैं लेकिन 'हां / नहीं' किसी भी आंदोलन का अंत नहीं है। सरकार लिखित में देने को तैयार है कि हम एमएसपी पर खरीदारी करना जारी रखेंगे। किसान एपीएमसी बाजारों के बाहर और साथ ही अंदर भी उपज बेच सकते हैं। वामपंथी और विपक्षी दलों ने किसानों के आंदोलन में घुसपैठ की है और किसानों को अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं। मैं देख रहा हूं कि बच्चों को झूठी कहानी फैलाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि समझौता जमीन के लिए नहीं फसल के लिए है: