Lakhimpur Kheri Violence : लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में सियासत अपने चरम पर है। राजनीतिक दलों के नेता एक एक कर तिकुनिया जा रहे हैं और स्पष्ट शब्दों में कह रहे हैं कि जिस आरोपी का बाप मंत्री हो और वो अपमे पद पर कायम हो तो न्याय की उम्मीद करना बेमानी है। लेकिन इस विषय पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लखीमपुर खीरी हिंसा के लिए जो भी जिम्मेदार है उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। कोई कितना भी रसूखदार क्यों ना हो अगर दोषी पाया गया तो कार्रवाई होगी। लेकिन किसी के दबाव में आकर सरकार कोई फैसला नहीं करने जा रही है। बीजेपी का कहना है कि न्यायसंगत तरीके से जांच प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है। विपक्षी दल राजनीतिक गिद्ध ना बनें और जांच एजेंसियों की रिपोर्ट का इंतजार करें।
लखीमपुर हिंसा मामले में संयुक्त किसान मोर्चा ने मांग की है अगर सरकार आंदोलन खत्म करना चाहती है तो गृह राज्य मंत्री से इस्तीफा लेने के साथ उन पर 120 बी का केस दर्ज किया जाए। इसके साथ ही आरोपी की गिरफ्तारी हो। अगर ऐसा नहीं होता है तो 12 अक्टूबर को अगली रणनीति तय की जाएगी। सरकार हिंसा पर पर उतारू हो गई है जिसका जवाब हम संघर्ष के जरिए देंगे।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेष यादव ने कहा कि किसानों और गरीबों को धमकी दी जा रही है। संविधान को जीप से रौंदा जा रहा है। लखीमपुर खीरी हिंसा केस में पुलिस आरोपी को समन नहीं बल्कि गुलदस्ता दे रही है।