Maharashtra Govt Floor Test: सूत्रों का कहना है कि नेता विपक्ष के रूप में अजित पवार की नियुक्ति तय मानी जा रही है। वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि शिंदे सरकार ज्यादा दिनों की मेहमान नहीं है, वह छह महीने में गिर जाएगी। महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार को सिर्फ 107 वोट मिले। समाजवादी पार्टी और असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम मतदान से दूर रही। वर्तमान में विपक्ष के पास 117 विधायकों का समर्थन है। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि बीजेपी के विधानसभा अध्यक्ष के उम्मीदवार ने 164 वोटों से चुनाव जीता। साथ ही कहा कि 2 विधायक स्वास्थ्य कारणों से नहीं आ सके। उन्होंने कहा कि सोमवार को फ्लोर टेस्ट में सरकार 166 मतों के साथ बहुमत साबित करेगी।
शिवसेना नेता संजय राउत ने भाजपा पर निशाना साधा है। राउत ने कहा है कि ढाई-ढाई साल सीएम रहने का वादा भाजपा ने नहीं निभाया। वहीं, अजित पवार को नेता विपक्ष बनना तय माना जा रहा है। महाराष्ट्र में उभरते इस नए राजनीतिक समीकरण के पीछे भाजपा रही है। भाजपा के मास्टरस्ट्रोक के आगे कांग्रेस, राकांपा और उद्धव गुट हैरान हो गए। भाजपा ने शिंदे को सीएम बनाकर सभी को हैरान कर दिया। चर्चा यह थी कि शिंदे को उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा और फड़णवीस सीएम बनेंगे लेकिन भगवा पार्टी ने अपने इस फैसले से महाअघाड़ी को एक बड़ा झटका दिया।
फ्लोर टेस्ट जीतने के बाद महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि पिछली कैबिनेट ने (2 शहरों के) नाम बदलने का फैसला लिया था, हम उसको बरकरार रखेंगे क्योंकि हम इस पर समान विचार रखते हैं। हमें उन फैसलों की फिर से पुष्टि करनी होगी क्योंकि उस समय कैबिनेट नियमों के अनुसार नहीं थी, राज्यपाल ने पहले ही फ्लोर टेस्ट के लिए कहा था। राजनीति में विरोधियों की आवाज सुनने के लिए सभी को तैयार रहना चाहिए। हमने देखा कि सोशल मीडिया पर बयान देने और पोस्ट करने के लिए लोगों को जेल में डाल दिया गया। हमें उचित तरीके सेआलोचना का जवाब देना चाहिए।
सदन को संबोधित करते हुए देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि एकनाथ शिंदे एक कट्टर शिवसैनिक है। फ्लोर टेस्ट में दूसरी पार्टियों के विधायकों ने शिंदे सरकार को समर्थन दिया है। इसके लिए वह उन विधायकों को धन्यवाद देते हैं। सदन में उद्धव गुट के पांच विधायक नहीं पहुंचे जबकि एआईएमआईएम एवं सपा विधायकों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया।