PM Modi unveils statue of Guru Shankaracharya : केदारनाथ में शंकराचार्य की 12 फीट लंबी और 35 टन वजन वाली प्रतिमा लगाई गई है। प्रधानमंत्री 2013 की प्राकृतिक आपदा में क्षतिग्रस्त हुए शंकराचार्य की समाधि स्थल का लोकार्पण किया। केदारनाथ में पीएम मोदी ने कहा कि जब भारत की जाति पंथ की सीमाओं से बाहर देखने की शंकाओं-आशंकाओं से ऊपर उठने की मानव जाति को जरूरत थी तब समाज में आदि शंकराचार्य ने चेतना फूंकी। उन्होंने तब कहा कि नाश-विनाश की शंकाएं,जाति-पाति के भेद से हमारी परंपरा का कोई लेना-देना नहीं है। आदि शंकर ने कहा कि आनंद स्वरूप शिव हमीं हैं। जीवत्व से ही शिवत्व है। समय के दायरे में बंधकर भारत को अब भयभीत होने की जरूरत नहीं है।
आजादी के अमृत महोत्सव में हमें अपनी हजारों सालों की परंपरा को अनुभूति करने का समय है। गुलामी के कालखंड में हमारी महान चेतना ने हमें बांधकर रखा। एक नागरिक के तौर पर हमें पवित्र स्थानों का दर्शन करने के लिए जाना चाहिए। हमें स्थानों की महिमा जाननी चाहिए। चार धाम सड़क परियोजना पर तेजी से काम रहा है। चारो धाम राजमार्ग से जुड़ रहे हैं। केदारनाथ में आने वाले समय में श्रद्धालु कार से भी आ सकेंगे। हेमकुंड साहिब में रोपवे बनाने की तैयारी चल रही है। ऋषिकेश और कर्ण प्रयाग को रेल से जोड़ने पर काम चल रहा है। इससे उत्तराखंड के पर्यटन को बहुत लाभ होने वाला है। 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का होने वाला है।