नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। मन की बात राष्ट्र के लिए प्रधानमंत्री का मासिक रेडियो संबोधन है, जो हर महीने के अंतिम रविवार को प्रसारित होता है।आज का कार्यक्रम 'मन की बात' का 78 वां संस्करण था। इस दौरान पीएम ने आगामी ओलंपिक को लेकर देश के खिलाड़ियों के संघर्ष का जिक्र किया। इस दौरान पीएम मोदी ने महान एथलीट दिवंगत मिल्खा सिंह को याद करते हुए उनके साथ बिताए अपने समय को याद किया।
"मेरे प्यारे देशवासियों,आज हमने कोरोना की कठिनाइयों और सावधानियों पर बात की, देश और देशवासियों की कई उपलब्धियों पर भी चर्चा की। अब एक और बड़ा अवसर भी हमारे सामने है। 15 अगस्त भी आने वाला है। आज़ादी के 75 वर्ष का अमृत-महोत्सव हमारे लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है। हम देश के लिए जीना सीखें। आज़ादी की जंग- देश के लिए मरने वालों की कथा है। आज़ादी के बाद के इस समय को हमें देश के लिए जीने वालों की कथा बनाना है। हमारा मंत्र होना चाहिए –India First। हमारे हर फ़ैसले , हर निर्णय का आधार होना चाहिए। साथियों, अमृत-महोत्सव में देश ने कई सामूहिक लक्ष्य भी तय किए हैं।जैसे, हमें अपने स्वाधीनता सेनानियों को याद करते हुए उनसे जुड़े इतिहास को पुनर्जीवित करना है- पीएम मोदी
"मेरे प्यारे देशवासियों, कोरोना के खिलाफ़ भारत की लड़ाई की एक बड़ी विशेषता है। इस लड़ाई में देश के हर व्यक्ति ने अपनी भूमिका निभाई है। मैंने “मन की बात” में अक्सर इसका ज़िक्र किया है | लेकिन कुछ लोगों को शिकायत भी रहती है कि उनके बारे में उतनी बात नहीं हो पाती है। अनेक लोग चाहे बैंक स्टाफ हो, टीचर्स हों, छोटे व्यापारी या दुकानदार हों, दुकानों में काम करने वाले लोग हों, रेहड़ी-पटरी वाले भाई-बहन हों, Security Watchmen, या फिर Postmen और Post Office के कर्मचारी- दरअसल यह लिस्ट बहुत ही लंबी है और हर किसी ने अपनी भूमिका निभाई है | शासन प्रशासन में भी कितने ही लोग अलग-अलग स्तर पर जुटे रहे हैं- पीएम मोदी