Noida Supertech Twin Tower Demolition Updates: नोएडा में आज दोपहर 2.30 बजे सुपरटेक के ट्विन टावर्स को गिरा दिया गया। विस्फोट के बाद उठा भारी धुएं का गुबार और दिन में अंधेरा छा गया है। दिल्ली के कुतुब मीनार से भी ऊंची 100 मीटर की इन इमारतों को गिराने के लिए 3700 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया। विस्फोट के बाद किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने व्यापक इंतेजाम किए थे। नोएडा की सीईओ रितु माहेश्वरी ने कहा कि मोटे तौर पर आस-पास की हाउसिंग सोसाइटियों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। अभी कुछ मलबा ही सड़क की तरफ आया है। हमें एक घंटे में स्थिति का बेहतर अंदाजा हो जाएगा।
मौके पर करीब 650 पुलिसकर्मी, रिजर्व फोर्स के 100 जवान, एनडीआरएफ की टीमें को लगाया गया था। एंबुलेंस, दमकल की गाड़ियां और पानी के टैंकर को भी एहतियातन वहां बुलाया गया था। उच्चतम न्यायालय ने एमराल्ड कोर्ट सोसाइटी परिसर के बीच इस निर्माण को नियमों का उल्लंघन बताया था, जिसके बाद इन्हें ढहाने का काम किया गया। दिल्ली से सटे नोएडा के सेक्टर 93ए में सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट हाउसिंग सोसाइटी के भीतर 2009 से ‘एपेक्स’ (32 मंजिल) और ‘सियान’ (29 मंजिल) टावर निर्माणाधीन थे।
नोएडा प्राधिकरण की सीओ रितु माहेश्वरी ने कहा कि विध्वंस से पहले और बाद में AQI डेटा लगभग समान है। शाम 7 बजे के आसपास, खाली कराए गए सोसाइटियों के निवासियों को अपने घरों में वापस जाने की अनुमति दी जाएगी। यहां लगभग 100 पानी के टैंकर और 300 सफाई कर्मचारी तैनात किए गए हैं।
सुपरटेक लिमिटेड ने रविवार को कहा कि उसके टावरों को गिराने से 500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। कंपनी ने पीटीआई से कहा- "हमारा कुल नुकसान लगभग 500 करोड़ रुपये है, जिसमें जमीन खरीद, निर्माण लागत पर खर्च, विभिन्न अनुमोदनों के लिए अधिकारियों को भुगतान किए गए शुल्क, वर्षों से बैंकों को भुगतान किए गए ब्याज और खरीदारों को वापस भुगतान किए गए 12 प्रतिशत ब्याज शामिल है।"