- हरियाणा में 90 में से 46 सीट पर आप ने उतारे थे उम्मीदवार
- प्रचार के लिए मैदान नें नहीं उतरे दिल्ली के सीएम और संयोजक अरविंद केजरीवाल
- एक भी सीट पर पार्टी उम्मीदवार नहीं बना पाया बढ़त
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के सदस्य कुमार विश्वास अपनी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ शाब्दिक प्रहार करने का कोई मौका नहीं गंवाते हैं। हरियाणा विधानसभा चुनाव के गुरुवार को हो रही मतगणना के जैसे ही शुरुआती रुझान आने शुरु हुए और आम आदमी पार्टी का सूपड़ा साफ होता दिखा तो कुमार विश्वास ने ट्वीट कर आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को आईना दिखाने की कोशिश की है।
कुमार विश्वास ने समाजवादी चिंतक डॉ राममनोहर लोहिया का के एक वक्तव्य का हवाला देते हुए ट्वीट किया, 'इन परिणामों में आगामी समय के लिए देश की राजनीति के बेहद स्पष्ट और आवश्यक संकेत सुनाई दे रहे हैं! 'सत्ता की रोटी अलटती-पलटती रहती है' लोहिया जी के इस कथन को सदैव याद रखना चाहिए, किंतु सत्ता की हनक में नेता अक्सर यह बात भूल जाते हैं!'
उन्होंने आगे कहा, वैकल्पिक राजनीति के स्वप्न व करोड़ों लोगों की कमाई,हरियाणा चुनावों का बहाना करके 200 करोड़ के गुप्तादान में बेचकर आत्ममुग्ध बौना व उसका मित्रहंता निर्वीर्य नायाब जो 2 अजगर लाया था वो हरियाणा में शायद इतने आगे निकल गए हैं कि बौने के चिंटुओ तक को नहीं दिख रहे।'
कुमार विश्वास ने केजरीवाल को अप्रत्यक्ष रूप से दिल्ली के आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर आगाह किया है। उन्होंने एक बार फिर राज्यसभा सांसद के रूप में अपनी अवहेलना करने और दो अनजान लोगों को राज्यसभा में भेजने को बड़ी भूल बताया है उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से ये भी कहा है केजरीवाल ने हरियाणा चुनाव के मद्देनजर जो निर्णय किया था वो पार्टी को भारी पड़ गया है।
आम आदमी पार्टी ने हरियाणा में 90 में से 46 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। हरियाणा केजरीवाल का गृह राज्य भी है। तकरीबन आधी से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवारों को उतारने के बाद भी केजरीवाल ने कोई उत्साह नहीं दिखाया। वो न तो चुनाव प्रचार में शरीक हुए और न ही पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता प्रचार के लिए हरियाणा पहुंचा। ऐसे में अधिकांश सीटों पर आप उम्मीदवारों की जमानत जप्त होती दिख रही है। इसी वजह से केजरीवाल एक बार फिर विश्वास के निशाने पर आ गए हैं।