- झारखंड में झामुमो-आरजेडी-कांग्रेस महागठबंधन को जीत मिली है
- 81 सदस्यीय विधानसभा में महागठबंधन को 47 सीटों पर जीत मिली है
- बीजेपी को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है, उसे 25 सीटें मिली हैं
रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल के महागठबंधन को जीत मिली है। राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा में इन पार्टियों को 47 सीटों पर जीत हासिल हुई है, जबकि सत्तारूढ़ बीजेपी 25 सीटों पर सिमट गई है। इस जीत के बाद अब सबकी नजरें झारखंड में नई सरकार के गठन पर टिकी है, जिसके अगुवा झामुमो के हेमंत सोरेन होंगे।
महागठबंधन की ओर से हालांकि अभी औपचारिक तौर पर राज्यपाल के पास सरकार गठन के लिए दावा पेश नहीं किया गया है, पर विधानसभा चुनाव में जीत के बाद हेमंत ने अपने आवास पर सोमवार देर रात आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह 27 दिसंबर को रांची के मेरहाबादी मैदान में शपथ लेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इस बारे में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को सूचित किया जाएगा और उनकी सहमति मिली तो शपथ-ग्रहण समारोह का आयोजन मोरहाबादी मैदान में किया जाएगा।
इस बीच, सरकार गठन को लेकर महागठन की पार्टियों में बैठकों का दौर भी जारी है। कांग्रेस के झारखंड मामलों के प्रभारी आरपीएन सिंह और हेमंत सोरेन की इस मुद्दे पर दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के नेता राहुल गांधी से भी विस्तृत बातचीत होनी है। वहीं, झामुमो के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक आज (मंगलवार, 24 दिसंबर) पार्टी अध्यक्ष शिबू सोरेन के आवास पर होने वाली है।
झामुमो प्रवक्ता व महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य के अनुसार, पार्टी के विधायक दल की बैठक के बाद अन्य सहयोगियों से भी विचार-विमर्श कर गठबंधन के विधायक दल की बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें हेमंत सोरेन को औपचारिक तौर पर महागठबंधन का नेता चुन लिया जाएगा। इसके बाद महागठबंधन की ओर से राज्य में सरकार बनाने के लिए राज्यपाल के पास दावा पेश किया जाएगा।