- बेंगलुरु के पूर्वी भाग में मंगलवार रात हुई भीषण हिंसा, भीड़ ने आगजनी की
- भीड़ ने कांग्रेस विधायक के घर को आग के हवाले किया और उसमें आग लगा दी
- पुलिस की ओर से आत्म बचाव में कई गई फायरिंग में तीन लोगों की जान गई
नई दिल्ली : बेंगलुरु हिंसा मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं। मंगलवार की रात हुई हिंसा मामले में बेंगलुरु पुलिस ने एफआईआर दर्ज किए हैं। एक एफआईआर में हिंसा के लिए पांच लोगों को नामजद किया गया है। पुलिस का कहना है कि हिंसा वाली रात इन पांच लोगों ने 200 से 300 लोगों का नेतृत्व किया। एफआईआर के मुताबिक भीड़ में शामिल लोगों के पास बड़े चाकू जैसे हथियार थे और ये पुलिसकर्मियों की पीट-पीटकर हत्या करने जैसे नारे लगाते हुए पाए गए। पुलिस के मुताबिक इन लोगों के पास पेट्रोल से भरे प्लास्टिक के बोतल थे जिसे पुलिसकर्मियों के ऊपर फेंका गया। पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में शहर में हिंसा के लिए एक बड़ी साजिश की तरफ इशारा किया है।
हिंसा मामले की जांच जिलाधिकारी करेंगे
इससे पहले, कर्नाटक के गृह मंत्री बासवराज बोम्मई ने कहा कि शहर में हुई इस हिंसा की जांच जिलाधिकारी करेंगे। उन्होंने कहा कि हिंसा मामले में अभी तक 146 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की ओर से बुलाई गई एक उच्च स्तरीय बैठक में हिस्सा लेने के बाद गृह मंत्री ने मीडिया से बात की। इस दौरान बोम्मई ने कहा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की गाइडलाइन के मुताबिक जिलाधिकारी इस घटना की जांच करेंगे। हिंसा मामले में गिरफ्तार लोगों पर आगजनी, पत्थरबाजी और पुलिस पर हमला करने का आरोप लगाया गया है।
फेसबुक पोस्ट के बाद भड़की हिंसा
पुलिस ने कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के भतीजे नवीन को भी गिरफ्तार किया है। नवीन पर आरोप है कि उसने विवादित पोस्ट को अपने फेसबुक अकाउंट पर शेयर किया। नवीन की ओर से कथित रूप से विवादित पोस्ट शेयर किए जाने के बाद लोग भड़क गए और उन्होंने विधायक के आवास को घेरकर हिंसा एवं उपद्रव करना शुरू किया। भीड़ ने विधायक के आवास को भी आग के हवाले कर दिया। कर्नाटक कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सलीम अहमद का आरोप है कि मामले में नवीन के खिलाफ पुलिस कार्रवाई में हुई देरी से हिंसा भड़काने का काम किया।
शहर के कई हिस्सों में धारा 144 लागू
बेंगलुरु शहर के पूर्वी भाग में हुई इस भारी हिंसा के बाद डीजे हल्ली एवं केजी हल्ली पुलिस स्टेशन क्षेत्रों में धारा 144 लागू की गई है। इस प्रतिबंध को बढ़ाकर 15 अगस्त की सुबह छह बजे तक कर दिया गया है। इस हिंसा को लेकर कर्नाटक कांग्रेस से एक फैक्ट फाइंडिंग समिति का गठन किया है जो हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करेगी।