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RJD के वे 4 नेता जिनके यहां पड़ी CBI की रेड, लालू यादव के करीबी नेताओं पर कसा जांच एजेंसी का शिकंजा  

Updated Aug 24, 2022 | 11:38 IST

CBI raid on RJD leaders : सीबीआई की इस कार्रवाई को राजद ने बदले की कार्रवाई बताया है। सुनील सिंह का कहना है कि फ्लोर टेस्ट से पहले छापे से विधायकों को डराने की कोशिश की जा रही है। सिंह ने कहा है कि इस कार्रवाई का कोई मतलब नहीं है। राबड़ी के निजी सचिव के घर पर भी जांच एजेंसी का छाप पड़ा है।

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मुख्य बातें
  • बिहार में फ्लोर टेस्ट से पहले सीबीआई ने राजद नेताओं के यहां छापे मारे मारे हैं
  • नौकरी के बदले जमीन मामले में करीब 21 ठिकानों पर सीबीआई की रेड हुई है
  • राजद का कहना है कि फ्लोर टेस्स से पहले उसके विधायकों को डराया जा रहा है

CBI raid on RJD leaders : बिहार विधानसभा में बुधवार को नीतीश सरकार को अपना बहुमत साबित करना है लेकिन इसके पहले राजद नेताओं के यहां केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के छापे के बाद सियासी हलचल तेज हो गई। सीबीआई ने लालू यादव एवं राजद के करीबी 4 नेताओं के यहां छापे की कार्रवाई की है। कुल मिलाकर छापे की कार्रवाई करीब 21 जगहों पर हुई है। राजद के जिन नेताओं के घर एवं ठिकानों पर जांच एजेंसी का छापा पड़ा है उनमें आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह, पूर्व एमएलसी सुबोध राय, सांसद अशफाक करीम एवं डॉक्टर फैयाज अहमद शामिल हैं। इनके अलावा राजद के अन्य नेताओं के यहां भी छापे की खबर है। 

सीबीआई की इस कार्रवाई को राजद ने बदले की कार्रवाई बताया है। सुनील सिंह का कहना है कि फ्लोर टेस्ट से पहले छापे से विधायकों को डराने की कोशिश की जा रही है। सिंह ने कहा कि इस कार्रवाई का कोई मतलब नहीं है। राबड़ी के निजी सचिव के घर पर भी जांच एजेंसी का छाप पड़ा है। नौकरी के बदले जमीन मामले में सीबीआई ने जो एफआईआर दर्ज की है। उसमें लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती और हेमा यादव का नाम है। भाजपा का कहना है कि यह एक कानूनी प्रक्रिया है। सीबीआई स्वतंत्र जांच एजेंसी है जो कानून के हिसाब से काम करती है। 

कौन हैं सुनील सिंह 
सुनील सिंह को तेजस्वी यादव के करीबी नेता माने जाते हैं। वह आरजेडी से विधान परिषद सदस्य हैं। वह जून 2020 में आरजेडी से विधान परिषद का सदस्य बने। अब तक सुनील सिंह पर सात आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह 2003 से बिस्कोमान के अध्यक्ष भी हैं। सुनील सिंह छपरा के डुमरी बुजुर्ग के निवासी हैं। 

पूर्व एमएलसी सुबोध राय 
सुबोध राय राजद के पूर्व एमएलसी हैं। एमएलसी का पिछला चुनाव वह वैशाली सीट से लड़े लेकिन इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इस हार के लिए उन्होंने अपनी ही पार्टी के विधायकों पर आरोप लगाया। सुबोध राय भी राजद नेतृत्व के करीबी नेताओं में शामिल हैं।  

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डॉक्टर फैयाज अहमद
राजद सांसद डॉक्टर फैयाज अहमद मधुबनी के रहने वाले हैं। इन्होंने दरभंगा के ललित नारायण मिश्रा विश्वविद्यालय से पीएचडी की डिग्री ली है। फैयाज मधुबनी के केशोपुर में मधुबनी मेडिकल कॉलेज के नाम से मेडिकल कॉलेज चलाते हैं। इसके अलावा वह कई स्कूल, बीएड कॉलेज समेत कई शिक्षण संस्थानों से जुड़े हैं।  डॉक्टर फैयाज की गिनती राजद के पुराने नेताओं में होती है। 

सांसद अशफाक करीम 
राजद सांसद अहमद अशफाक करीम कटिहार, बिहार, भारत के एक व्यवसायी, शिक्षाविद और राजनीतिज्ञ हैं। वह राष्ट्रीय जनता दल पार्टी से राज्यसभा सदस्य हैं। सीबीआई ने इनके कटिहार के ठिकानों पर छापा मारा है। जांच एजेंसी ने कटिहार में मेडिकल कॉलेज पर छापेमारी की है। अल करीम यूनिवर्सिटी, गेस्ट हाउस पर भी रेड पड़ा है। 

भोला यादव हो चुके हैं गिरफ्तार
नौकरी के बदले जमीन मामले में सीबीआई ने गत जुलाई में लालू यादव के पूर्व ओएसडी भोला यादव को गिरफ्तार किया। इस दौरान जांच एजेंसी ने पटना एवं दरभंगा के चार ठिकानों पर छापे मारे। भोला साल 2004 से 2009 तक लालू यादव के ओएसडी रहे। इस दौरान राजद सुप्रीमो रेल मंत्री थे। बताया जाता है कि उसी समय जॉब के बदले लैंड घोटाला हुआ। इस घोटाले में भोला यादव को एक प्रमुख किरदार बताया जाता है।  

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