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राहुल का आरोप-'भाजपा से मिले' हुए हैं वरिष्ठ नेता, आजाद बोले-'इस्तीफा दे दूंगा', CWC बैठक की बड़ी बातें

Updated Aug 24, 2020 | 16:22 IST

Rahul Gandhi allegation on Congress leaders:कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चिट्ठी पर हस्ताक्षर करने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर आरोप लगाए।इस पर कपिल सिब्बल ने नाराजगी जाहिर की।

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नई दिल्ली : कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में सोमवार को उस समय अजीबो-गरीब स्थिति पैदा हो गई जब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर भाजपा के साथ 'मिलीभगत' करने का आरोप लगाया। पार्टी के 23 नेताओं के पत्र पर सवाल उठाते हुए राहुल ने कहा कि चिट्ठी की टाइमिंग सही नहीं है। राहुल का यह रुख पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद एवं कपिल सिब्बल को नागवार गुजरा। राज्यसभा में कांग्रेस के नेता आजाद ने कहा कि 'भाजपा के साथ उनकी मिलीभगत यदि साबित हुई तो वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।' सिब्बल ने अपने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने बीते 30 सालों में कभी भी भाजपा का समर्थन नहीं किया फिर भी भाजपा के साथ 'मिलीभगत' की बात कही जा रही है। हालांकि, कुछ देर बाद सिब्बल ने अपना यह ट्वीट डिलीट कर दिया। प्रख्यात वकील ने कहा कि राहुल गांधी ने उन्हें फोन कर बताया कि उन्होंने बैठक में इस तरह की कोई बात नहीं की।

सीडब्ल्यूसी बैठक की प्रमुख बातें

  1. सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी ने कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष पद से हटने की पेशकश की और नए अध्यक्ष के लिए चयन प्रक्रिया शुरू करने की बात कही। इस पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह एवं पूर्व रक्षा मंत्री एके अंटनी ने उनसे इस पद पर बने रहने का अनुरोध किया लेकिन सोनिया अपने रुख पर अड़ी रहीं।
  2. बैठक को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कांग्रंस नेताओं के पत्र पर सवाल उठाए। राहुल ने कहा कि यह चिट्ठी ऐसे समय भेजी गई जब सोनिया गांधी गंगाराम अस्पताल में इलाज करा रही थीं। सूत्रों का कहना है कि ऐसे माना जा रहा है कि राहुल ने कहा, 'हम अपने विचारों पर चर्चा सीडब्ल्यूसी में करते हैं न कि मीडिया में।'
  3. बैठक में राहुल गांधी ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ जाने वाले पार्टी के कुछ नेताओं पर हमला किया। वायनाड से सांसद ने आरोप लगाया कि 'भाजपा से मिलकर' पार्टी नेतृत्व में बदलाव की मांग की जा रही है। राहुल ने कहा कि सीडब्ल्यूसी के अनुरोध पर ही सोनिया गांधी ने पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी आजाद पर हमला बोला।
  4. भाजपा के साथ 'मिलीभगत' के आरोपों पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी। आजाद ने कहा कि यह बात अगर साबित हो जाती है तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। चिट्ठी पर हस्ताक्षर करने वाले नेताओं में आजाद भी एक हैं। चिट्ठी में कहा गया है कि 'नेता सोनिया गांधी पर सवाल नहीं उठा रहे हैं। वे पार्टी के हित के लिए केवल संगठनात्मक बदलाव चाहते हैं।'
  5. कपिल सिब्बल ने कहा कि राहुल गांधी का कहना है कि 'हम भाजपा के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी राजस्थान हाई कोर्ट में सफल हुई। पिछले 30 सालों में मैंने भाजपा के समर्थन में कोई बयान जारी नहीं किया। फिर यह कहा जा रहा है कि हमारी भाजपा के साथ मिलीभगत है।'
  6. सिब्बल के इस बयान के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी ने इस प्रकार की कोई बात नहीं की। राहुल के बयान का गलत मतलब निकाला जा रहा है। सुरजेवाला ने मीडिया में चल रही बातों के बहकावे में न आने की अपील की। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि हमें मोदी सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ मिलकर लड़ने की जरूरत है।
  7. बाद में कपिल सिब्बल ने अपना ट्वीट डिलीट कर लिया। सिब्बल ने बाद में अपने एक ट्वीट में कहा कि राहुल गांधी ने उन्हें फोन किया और बताया कि उन्होंने 'भाजपा के साथ मिलीभगत' वाला बयान नहीं दिया। राहुल के स्पष्टीकरण के बाद सिब्बल ने अपना ट्वीट हटा लिया। 
  8. सीडब्ल्यूसी बैठक पर भाजपा नेता एवं मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए में कई योग्य उम्मीदवार हैं जैसे कि राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, रेहान वाड्रा एवं मिराया वाड्रा। कांग्रेस सदस्यों को यह समझना चाहिए कि कांग्रेस उस स्कूल की तरह है जहां हेडमास्टर के बच्चे ही केवल टॉप करते हैं।'
     

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