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Dhakad Exclusive : ज्ञानवापी का तहखाना खुलेगा, सामने आएंगे कई राज, सर्वे से पहले जानिए वहां क्या-क्या दिखेगा

Updated May 13, 2022 | 20:43 IST

Dhakad Exclusive : ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे होने जा रहा है। इसका का तहखाना खुलने की उम्मीद है। ज्ञानवापी का तहखाना खुलने से पहले हम आपको बताने जा रहे हैं कि उस तहखाने में क्या-क्या हो सकता है।

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Dhakad Exclusive : काशी के लिए शनिवार का दिन बेहद अहम है और सिर्फ काशी के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए बेहद अहम है क्योंकि अब से कुछ घंटे बाद ज्ञानवापी मस्जिद का तहखाना खुलने की उम्मीद है। अभी हमारे साथ काशी से जुड़ी जानकारियां हैं। शनिवार को ज्ञानवापी में सर्वे शुरू होने से पहले, तहखाना खुलने से पहले हम आपको बताने जा रहे हैं कि उस तहखाने में क्या-क्या हो सकता है।  काशी विश्वनाथ मंदिर के सबसे बड़े पुजारी की जुबानी आपको बताएंगे कि उस तहखाने में क्या-क्या सर्वे टीम को देखने को मिल सकता है।

वक्त जैसे-जैसे कम हो रहा है। काशी की धड़कनें भी तेज होती जा रही हैं। ज्ञानवापी मस्जिद की सच्चाई का पता लगाने के लिए कोर्ट कमिश्नरों की टीम बस कुछ घंटों बाद ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे करने वाली है। सर्वे शुरू होने और तहखाना का ताला खुलने से पहले टाइम्स नाउ नवभारत ने उस शख्स से बातचीत की है। जिसने 1992 से पहले ज्ञानवापी मंदिर में बने तहखाने में एक बार नहीं बल्कि कई बार प्रवेश किया है। ये हैं कुलपति तिवारी। कुलपति तिवारी फिलहाल काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत हैं। कुलपति तिवारी ही नहीं बल्कि ASI के पूर्व डायरेक्टर अमरेंद्र नाथ की जुबानी भी आपके सामने ज्ञानवापी मस्जिद की सच्चाई रखने की कोशिश करेंगे।  

सबसे पहले आपको बताते हैं उस तहखाने के बारे में जो ज्ञानवापी मस्जिद के नीचे है। जिसे लोग तहखाना कह रहे हैं आखिर उस तहखाने का अंदर का नजारा कैसा होगा? हमने बयानों के आधार पर एक आपके लिए एक एनिमेशन तैयार किया है। जब तहखाने का ताला हटेगा और दरवाजा खुलेगा। इसके बाद कोर्ट कमिश्नर गेट से तहखाने के अंदर प्रवेश करेंगे। अंदर जाते ही भगवान आदि विश्वेशर का एक शिवलिंग दिखेगा। शिवलिंग के चारों एक करघा भी बना हुआ है। शिवलिंग के बायीं तरफ दीवार पर भगवान की कई मूर्तियां दिखेंगी। दावा है कि ये मूर्तियां मां गौरी या माता पार्वती और भगवान गणेश की हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत कुलपति तिवारी तहखाने में जिन मूर्तियों के बारे में जिक्र कर रहे हैं। हिंदू धर्म में किसी भी शिव मंदिर के गर्भगृह में पार्वती और गणेश की मूर्तियां जरूर लगी होती हैं। जिसे कोर्ट से लेकर प्रशासन के लोग मस्जिद के नीचे बना तहखाना बता रहे हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत के मुताबिक वो तहखाना नहीं बल्कि असली काशी विश्वनाथ मंदिर का गर्भगृह है। कुलपति तिवारी का तो यहां तक दावा है कि मस्जिद के अंदर जो खंभे हैं। उसे भी मंदिर के पुख्ता प्रमाण सर्वे करने वाली टीम को मिल जाएंगे। 

ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर बना तहखाना और तहखाने में मौजूद चीजें सर्वे करने वाली टीम को अपनी सच्चाई की गवाही खुद देंगे लेकिन ऐसी कई सच्चाई जो सार्वजनिक रूप से काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास मौजूद है। TIMES NOW नवभारत ने तस्वीरों के जरिए उस सच्चाई को देश के सामने रखा है। ये तस्वीरें हिंदू पक्ष के दावे को ज्यादा पुख्ता करती हैं। अब सबूतों को कानून की कसौटी पर कसने की जिम्मेदारी अदालत की है। 

ASI के पूर्व अधिकारी से ज्ञानवापी का सच जानिए, जो पुरात्व के जानकार हैं वो बता रहे हैं इतिहास। एक-एक सबूत हिंदू धर्म की स्थापत्य कला?ये सबूत साबित करेंगे ज्ञानवापी का सच क्या है?

तहखाने में क्या-क्या मिलने वाला है। इस पर पूरे देश की नजर है इसलिए वाराणसी में भी पूरी तैयारी है। प्रशासन ने आज दिन भर कई बैठकें की। हिंदू पक्ष और मुस्लिम पक्ष दोनों समुदाय के लिए लोगों को साथ बिठाया और साफ कर दिया कि कल कोर्ट के काम किसी तरह की बाधा स्वीकार नहीं की जाएगी। 

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