- सोमवार को गलवान घाटी में चीनी सैनिकों ने भारतीय जवानों पर कील लगी रॉड से किया हमला
- सोशल मीडिया में वायरल हो रही हैं कील लगी लोहे की छड़ियों की तस्वीर
- चीन की इस कायराना हरकत में भारतीय सेना के 20 जवान हुए थे शहीद
नई दिल्ली: चीन अक्सर कहता रहा है कि उसकी सेना प्रोफेशनल है लेकिन 15 जून की रात जो हरकत पीएलए के सैनिकों ने की है वो किसी कायराना हरकत से कम हनीं है। धोखे से किए गए चीनी सैनिकों के हमले में भारतीय आर्मी के कमांडिंग ऑफिसर सहित 20 लोग शहीद हो गए हैं। लाठी, लोहे की रॉड, पत्थर के द्वारा भारतीय जवानों पर अचानक से हमला किया है। अब इस हमले के सूबत भी सामने आ गए हैं।
वायरल हुई तस्वीर
चीनी सेना ने भारतीय सैनिकों पर हमला करने के लिए कील से जड़ी लोहे की छड़ों का इस्तेमाल किया था जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इससे यह साफ पता चलता है कि यह एक पूर्व नियोजित हमला। वायरल हो रही तस्वीर में साफ देखा जा सकता है कि लोह के छड़ों में कील लगी हुई है और इस तरह की कई छड़ें बरामद हुई हैं। इससे जाहिर होता है कि चीन का पीछे हटने का कोई इरादा नहीं था बल्कि यह जानबूझकर किया गया हमला था।
पाकिस्तान बॉर्डर एक्शन टीम करती है ऐसी हरकत
यह ठीक उसी प्रकार की रणनीति है जो पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) घाटी में सीमा से सटे इलाकों में हमले के लिए करती है। बैट के जवान सीमा पर धोखे से आकर जवानों की हत्या कर उनके शवों को क्षत विक्षत कर देते हैं। दरअसल 1996 के समझौते के तहत भारत-चीन सीमा पर दोनों देशों के सैनिक गोली नहीं चला सकते। ऐसे में चीन ने हमला करने का कायराना तरीका खोजा है।
18 सैन्यकर्मियों का चल रहा है इलाज
पीटीआई के मुताबिक पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ झड़प में घायल हुए 18 सैन्यकर्मियों का सेना के एक अस्पताल में उपचार चल रहा है। वहीं एएनआई के मुताबिक इस हमले में चीन को भी खासा नुकसान हुआ है और उसके 40 से अधिक जवान मारे/ घायल हुए हैं। हालांकि, चीन ने हताहत हुए अपने सैनिकों के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
पीएम मोदी ने दिया कड़ा संदेश
इससे पहले बुधवार को पीएम मोदी ने चीन को एक कड़ा संदेश देते हुए कहा कि भारत शांति चाहता है किंतु यदि उकसाया गया तो वह माकूल जवाब देने में सक्षम है। साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।