- हाथरस केस में गांव के ग्राम प्रधान ने हैरान करने वाली बातें बताईं
- ग्राम पंचायत प्रमुख का दावा-ल़ड़का-लड़की दोनों एक दूसरे को जानते थे
- लोगों ने मामले की निष्पक्ष जांच एवं दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की
नई दिल्ली : हाथरस घटना पर रोज नई-नई बातें सामने आ रही हैं और चौंकाने वाले दावे भी किए जा रहे हैं। पीड़ित लड़की का परिवार हाथरस के भूलगढ़ी गांव का रहने वाला है। इस गांव में लड़की और आरोपी लड़के संदीप के बीच प्रेम प्रसंग होने के दावे किए गए हैं। ग्राम पंचायत के प्रमुख और गांव के कुछ लोगों ने टाइम्स नाउ से खास बातचीत में बताया कि आरोपी और लड़की दोनों एक दूसरे को जानते थे और दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था। ग्राम पंचायत के प्रमुख और ग्रामीणों ने मामले की निष्पक्ष जांच करने और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि इस मामले में लड़के के परिवार को फंसाया गया है। गांव वालों की दलील है कि दुष्कर्म की घटना में चाचा और भतीजा शामिल नहीं हो सकते।
टाइम्स नाउ से खास बातचीत में ग्राम पंचायत प्रमुख ने कहा, 'आरोपी और पीड़ित दोनों एक दूसरे को जानते थे। लड़के और लड़की के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था और इस बात को पूरा गांव जानता था। चाचा और भतीजा मिलकर किसी का दुष्कर्म नहीं कर सकते। चार महीने पहले मनरेगा का काम चल रहा था उस दौरान गांव वालों ने लड़का और लड़की को एक साथ देखा था। इस मामले को लेकर दोनों परिवार मेरे पास आए थे। मैंने लड़के के परिवार को बाहर भेजने और लड़की की शादी कराने की सलाह दी।'
उन्होंने कहा, 'बाद में लड़का काम करने दिल्ली चला गया और जब दोबारा लौटा तो उनके बीच संपर्क एक बार फिर शुरू हुआ। घटनास्थल पर टूटी हुई चूड़ियां मिली हैं। लड़की की शादी नहीं हुई है। वह चूड़ी नहीं पहन सकती। लड़का भी चूड़ी नहीं पहनेगा। इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। आरोपी का परिवार हर तरह की जांच का सामना करने के लिए तैयार है लेकिन पीड़ित पक्ष इसके लिए तैयार नहीं है। जाहिर है कि उनके मन में चोर है, इसलिए वे नार्को टेस्ट के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं।'