'लोगतंत्र' में बात हुई केरल में बढ़ रहे कोरोना की। केरल में कोरोना एक बार फिर तेजी से फैल रहा है। पिछले चौबीस घंटों में पूरे देश में कोरोना के जितने केस आए, उसमें से चौंसठ फीसदी केस सिर्फ केरल से हैं। केरल में 173 लोगों की जान कोरोना से चली गई। आप सोच रहे होंगे आखिर ऐसा क्यों हुआ? क्यों अचानक केरल में कोरोना ब्लास्ट हो गया? इसका जवाब है- ओणम की भीड़, इसका जवाब है- मोहर्रम के लिए निकली भीड़। केरल में मोहर्रम और ओणम दोनों जोर-शोर से मनाया जाता है और इसी की तैयारियों के लिए लोगों ने खूब शॉपिंग की। भीड़ बाजारों में निकली और नतीजा ये हुआ कि कोरोना के केस तेजी से बढ़ने लगे, मौत का आंकड़ा भी बढ़ने लगा तो अब वक्त है देश के दूसरे हिस्से के लोग भी इससे सबक सीखें, सोचे और समझे ताकि बाद में ये ना कहना पड़े कि अब तो बहुत देर हो गई है।
पूरे देशभर में 23 तारीख को ओणम का त्योहार मनाया गया। ओणम को लेकर केरल में लोगों को सरकार की तरफ से छूट दी गई। कोच्ची में लोगों ने ओणम का त्योहार मनाया। मंदिरों में लोगों की भीड़ जुटी, एर्नाकुलम में भी बाजार खुले। बाजार में लोग त्योहार की शॉपिंग करते दिखे। ओणम के मौके पर तिरुवनन्तपुरम के बाजारों में भीड़ दिखी। लोग कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाते दिखे।
बढ़ता गया आंकड़ा
22 अगस्त को केरल में 10,402 नए केस आए थे, 23 अगस्त को ये बढ़कर 13,383 हो गए, इसके बाद 24 अगस्त यानि कल ये दोगुने से भी ज्यादा बढ़कर 24,296 हुए। केरल में कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या 22 अगस्त को 25,586 थी। 23 अगस्त को 21,942 मरीज ठीक हुए। वहीं 24 अगस्त को ठीक होने वालों की संख्या घटकर 19,349 हो गई। इसके अलावा 22, 23 अगस्त को 66 और 90 लोगों की कोरोना से मौत हुई। 24 अगस्त को मरने वालों की संख्या में तेजी आई और आंकड़ 173 पहुंच गया।
इससे कहीं देश में तीसरी लहर न आ जाए
पहले ईद में ढिलाई और अब ओणम के त्योहार में छूट। त्योहारों के वक्त बाजारों में लगने वाली भीड़ कोरोना को न्योता दे रही है। देश तीसरी लहर के मुहाने पर खड़ा है। देश में अभी दशहरा और दीवाली जैसे त्योहार आने हैं। ऐसे में अगर कोरोना के नियमों की अनदेखी करती भीड़ बाजारों में फिर जुटी तो ये कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई को और कमजोर कर सकती है। केरल में कोरोना इसलिये फैला क्योंकि लोगों की भीड़ बाजार में निकली, ना सोशल डिस्टेंसिंग, ना मास्क और सैनेटाइजर, हर सावधानी को नजरअंदाज किया गया। आप याद कीजिए, इस साल होली के बाद क्या हुआ था। होली में देश के तमाम हिस्सों में लोगों ने जमकर शॉपिंग की, भीड़ सड़कों पर निकली और उसके बाद कोरोना की दूसरी लहर ने देश में कहर मचा दिया। यही एक बार फिर केरल में दिख रहा है। हमें उसी से सीख लेनी है कि कहीं देश में तीसरी लहर ना आ जाए।