नई दिल्ली। राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट, इसके जरिए कहा जाता है कि आस्था और श्रद्धा में पीछे नहीं रहना चाहिए। लेकिन यूपी के इटावा में राम नाम की कथा नहीं चल रही थी और लोग भक्तिभाव का रसपान करने के लिए नहीं जुटे हुए थे। सूबे की सबसे ताकतवर महिला यानि बीएसपी प्रमुख मायावती का जन्म दिन मनाया जा रहा था। एक शामियाने में केक का बेहतर इंतजाम था और होता भी क्यों नहीं। यहां तक तो सब सही था। लेकिन जो आगे हुआ वो देखना दिलचस्प है।
मायावती के 64वें जन्मदिन पर हजारों की संख्या में कार्यकर्ता जुटे हुए थे। आखिर ऐसा साल में एक बार ही आता है। कार्यकर्ताओं में जोश और उमंग था। बहन जी के लिए हजारों साल की दुआएं मांगी गई। बीएसपी की तरक्की के सपनों को साकार करने की झलक केक में दिखाई दे रही थी। केक काटा गया और पूरी कहानी का क्लाइमेक्स जो था उसे आप तस्वीरों में देख सकते हैं। केक की लूट, केक पाने की होड़ कुछ इस तरह की मायावती के अनुशासन की सीख को कार्यकर्ताओं ने तार तार कर दिया।
केक काटने के वक्त गाने का भी इंतजाम था, बहन जी की तरक्की और सम्मान में गाना बज रहा था। केक कटा लेकिन बर्थडे गर्ल की तस्वीर कार्यकर्ताओं को एकटक निहारती रही कि शायद अब उन्हें केक खिलाया जाया। लेकिन जो सामने नजर आया वो अद्भुत था। कार्यकर्ताओं ने पहले केक के स्वाद को चखा और जब उन्हें यकीन हो गया कि केक लजीज है तो मायावती की तस्वीर के पास गए और जैसे हम सब अपने जन्मदिन में चेहरे पर केक लगाते हैं और खिलाते हैं कुछ वैसे ही मायावती की तस्वीर को केक खिलाया गया।