- AIMIM मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी चुनाव से जुड़े कई मुद्दों पर अपनी बात रखी
- ओवैसी ने कहा कि यूपी में मुस्लिमों को अहमियत नहीं, उन्हें नेतृत्व की जरूरत है
- यूपी में अगले साल होने हैं विधानसभा चुनाव, 100 सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे ओवैसी
लखनऊ : ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 2022 के चुनाव में उनका लक्ष्य योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनने और भारतीय जनता पार्टी को सरकार बनाने से रोकना है। ओवैसी ने कहा कि चुनाव में हलचल पैदा करना पड़ता और वह यूपी चुनाव में हलचल पैदा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हम 100 से ज्यादा सीटों पर भी अपने उम्मीदवार खड़े कर सकते हैं। हमारी बात भीम पार्टी के चंद्रशेखर से भी चल रही है। ओवैसी ने यह बात टाइम्स नाउ नवभारत के 'नवभारत नवनिर्माण मंच' से कही है। कंसल्टिंग एडिटर सुशांत सिन्हा के साथ खास बातचीत में ओवैसी ने कहा कि यूपी में मुस्लिमों को नेतृत्व की जरूरत है।
यूपी में मुस्लिम को नेतृत्व की जरूरत-ओवैसी
एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि यूपी में मुस्लिम वोटों की कोई अहमियत नहीं है। हम मुस्लिमों की आवाज बनने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'मैं किसी मजहब के खिलाफ नहीं हूं। यूपी में 9 प्रतिशत की आबादी वाले यादव अपना सीएम बना लेते हैं और 19 प्रतिशत मुस्लिम अपना प्रतिनिधि नहीं चुन पाते। यूपी में मुस्लिमों को नेतृत्व की जरूरत है।' अतीक अहमद को पार्टी में शामिल किए जाने के सवाल पर ओवैसी ने कहा कि जो सत्ता में हैं, क्या वे व्यवस्था बदल रहे हैं? ओवैसी ने कहा कि वह केवल मुस्लिमों की नहीं बल्कि सभी वर्गों की राजनीति करते हैं। अपनी पार्टी के नाम से मुस्लिमीन शब्द हटाने के सवाल पर ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी चुनाव आयोग के पास पंजीकृत है। उनकी पार्टी देश का संविधान मानती है।
22 सितंबर को संभल की रैली में ओवैसी देंगे जवाब
किसान नेता राकेश टिकैत के 'चच्चा जान' बयान पर ओवैसी ने कहा, 'आप मुझे गाली दीजिए मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मुझसे उन तमाम लोगों को दिक्कत है, जिन्हें मुस्लिम वोट बैंक खिसकने का डर है। 22 सितंबर को संभल में हमारा जलसा है। वहां मै सभी सवालों का जवाब दूंगा।' ओवैसी ने कहा कि उनकी पूरी कोशिश है कि 2022 के चुनाव में सीएम योगी दोबारा मुख्यमंत्री न बनें। दूसरी कोशिश है कि अपनी पार्टी को मजबूत करुं। और तीसरा हमारा प्रयास होगा कि यूपी में भागीदारी संकल्प मोर्चा की सरकार बने। हम इस पर काम कर रहे हैं। हमारा संगठन से पहले से ज्यादा मजबूत हुआ है।